पंजाब सरकार ने ईंट भट्ठा मालिकों को नोटिफिकेशन किया जारी, देखें वीडियो

पंजाब सरकार ने ईंट भट्ठा मालिकों को नोटिफिकेशन किया जारी, देखें वीडियो

चंडीगढ़ : पंजाब में किसानों द्वारा पराली जलाने को रोकने के लिए सरकार ने अभी से तैयारी शुरू कर दी है। पंजाब में 2200 ईंटो के भट्टो में अब 20% प्रणाली के परत का उपयोग करना अनिवार्य होगा। पंजाब प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के इंजीनियर ने कहा ईंट भट्ठा चलाने वाले मालिक अगर सरकार द्वारा दिए आदेश की पालना नहीं करेंगे तो उनका भट्ठा बंद कर दिया जाएगा। इस बाबत पंजाब सरकार ने 4 नवंबर 2022 को नोटिफिकेशन जारी किया था। पंजाब प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के इंजीनियर करुणेश गर्ग ने कहा पंजाब सरकार द्वारा जो नोटिफिकेशन जारी किया गया है उसमें 20% पराली ईंट भट्ठा मालिकों को भट्ठे में जलानी होगी और पराली का ज्यादा उपयोग हो ताकि किसान पराली को खेतों में आग न लगाए। इसी के तहत पंजाब सरकार ने नोटिफिकेशन जारी किया था कि 1 मई के बाद 20 प्रतिशत पराली को ईंट भट्ठों उपयोग करना अनिवार्य होगा।

इसके लिए हम वचनबद्ध है और ईंट भट्ठा मालिक और उनकी एसोसिशन के साथ मीटिंग कर जारी नोटिफिकेशन के अनुसार पराली के पेरेट को लेना होगा। कोयला और पराली के अंतर को लेकर भी कहा कि पहले 25 से 26 रुपए किलो था जो अब 14 -15 रुपए किलो का बिक रहा है। लेकिन इसके बावजूद सरकार ने पराली पैरेट का मूल्य आठ से नौ रूपए किलो निकला है।जिससे पराली कोयले से सस्ते में रहेगी और इससे दो काम होंगे लोकल एनर्जी हम पंजाब में ही उसे कर पाएंगे। भट्ठा मालिक गुरप्रीत सोनी का कहना है भट्ठे को चलाने अब कई समस्याओं होने के कारण भट्ठा इंडस्ट्री बंद होने की कगार पर है।जहां तक रही बात पंजाब सरकार द्वारा जारी नोटिफिकेशन की तो सरकार का फैसला तो मानना पड़ेगा।सोनी ने कहा कोयले का रेट कभी बढ़ता है तो कभी कम हो जाता है और कोयले से ईंट पकती है। कोयले की कीमत 11 रुपए मार्केट में मिल रही है तो वही परली के परत की कीमत 9 रुपए सरकार द्वारा देने की बात तय की गई है लेकिन कोयले से ईट पक्की बनाने में आसानी होती है पराली के पैरेट से ईट जल्दी नहीं बन पाएगी। यह भी कहा कि सरकार ने नोटिफिकेशन में साफ तौर पर लिखा है कि जो भट्ठा मालिक पराली के पैरेट का इस्तेमाल नहीं करेगा उसका लाइसेंस रद्द कर बात बंद कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार को परली का दाम 3 से 4