जिला को टीबी मुक्त बनाने के लिए टेस्टिंग को दे बढ़ावा : एडीसी

जिला को टीबी मुक्त बनाने के लिए टेस्टिंग को दे बढ़ावा : एडीसी

आमजन से भी किया महत्वपूर्ण सहयोग देने का आहवान


ऊना/ सुशील पंडित : जिला को टीबी मुक्त बनाने के उद्देश्य से टेस्टिंग को बढ़ावा दिया जाए ताकि टीबी मरीजों की पहचान करके उनका समय रहते ईलाज संभव हो सके। यह जानकारी एडीसी ने जिलास्तरीय टीबी उन्मूलन समिति की त्रैमासिक बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी। उन्होंने कहा कि टीबी रोगियों को चिन्हित करने के लिए जिला के विभिन्न स्थलों पर जागरूकता शिविरों का आयोजन किया जाना चाहिए। शिविरों में लोगों को टीबी रोग के लक्ष्णों के बारे में जानकारी दें। एडीसी ने बताया कि वर्ष 2023 के दौरान जिला में 720 का लक्ष्य रखा गया था जिसमें 819 क्षय रोगी दर्ज़ किये गये। इसके अलावा वर्ष 2023 में जिला केे 57 क्षय रोगियों की मृत्यु भी दर्ज की गयी। इसी के दृष्टिगत अतिरिक्त उपायुक्त ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को इसके ऊपर विशेष ध्यान देने व मृत्यु दर को जिला में कम करने के लिए उचित दिशा निर्देश भी दिए। उन्होंने क्षय रोग मुक्त हेतु जिला ऊना में 245 पंचायतों में से 88 पंचायतों को क्षयरोग मुक्त पंचायत के लिए चिन्हित किया गया है जिसमें प्रति हजार लोगों में से 30 लोगों की क्षय रोग हेतु जाँच की गई, प्रति हजार 1 क्षय रोगी या उससे भी कम पाया गया। हर रोगी को निक्षय पोषण योजना का लाभ क्षय रोगी को दिया गया और उस पंचायत में क्षय रोगी का ईलाज की सफलता दर 85 प्रतिशत से ज्यादा है,  ऐसी पंचायतों को क्षय रोग मुक्त पंचायत हेतु चिन्हित किया गया। 


इसके अतिरिक्त एडीसी ने बताया कि क्षय रोग से बचाव हेतु लगने वाली बीसीजी वैक्सीन के लिए 96,192 सम्भावित लाभार्थियों में से 41,911 लाभार्थियों ने अपनी सहमती जताई है। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों/अधिकारियों को लाभार्थियों तक अपनी पहुंच बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि व्यस्क बीसीजी टीकाकारण अभियान के तहल जिला के 18 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के व्यक्ति जिन्हें पिछले 5 साल से टीबी हो या पिछले तीन वर्षों से टीबी मरीज़ के सम्पर्क में रहे हैं और मधुमेह से पीडित हैं, धूम्रपान करते हैं, अत्यन्त दुबले पतले अर्थात जिनका बॉडी मास इंडेक्स 18 है या इससे कम उनका टीकाकरण किया जाएगा। इसके अलावा 60 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के समस्त व्यक्तियों का भी टीकाकरण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह वैक्सीन बिल्कुल सुरक्षित है। उन्होंने बताया कि व्यस्क को दी जाने वाली यह वैक्सीन बीसीजी है जोकि कि नवजात शिशु के पैदा होने के उपरांत लगाई जाती है।


एडीसी ने आमजन से भी आहवान किया कि टीबी मुक्त ऊना बनाने के लिए अपना महत्वपूर्ण सहयोग दें। उन्होंने टीबी मुक्त अभियान से जुडे़ अधिकारियों से कहा कि वे मानवता से जुडे़ इस अभियान को सफल बनाने के लिए कर्त्तव्य निष्टा के साथ कार्य करें ताकि टीबी मुक्त ऊना बनाने में सफल हो सके। इस मोके पर जिला परिषद अध्यक्षा नीलम कुमारी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संजीव वर्मा, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ सुखदीप सिंह सिद्दू, जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ रमेश रततु, प्रधान केमिस्ट एसोसिएशन ऊना मुनीश चड्डा, खंड चिकित्सा अधिकारी बसदेह्दा डॉ रामपाल शर्मा, डॉ संजीव कुमार, डॉ खंड चिकित्सा अधिकारी गगरेट डॉ पंकज पराशर, जिला पंचायती राज अधिकारी श्रवन कुमार, डॉ आत्मिकास नायर सति जिला के विभिन्न विभागों अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।