पुलिस को विदेशी फंडिंग का शक! अमृतपाल की पत्नी और मां से की जा रही पूछताछ

पुलिस को विदेशी फंडिंग का शक! अमृतपाल की पत्नी और मां से की जा रही पूछताछ

अमृतसर: खालिस्तान समर्थक और वारिस पंजाब दे के चीफ अमृतपाल सिंह को पुलिस अभी तक गिरफ्तार कर नहीं पाई है। पंजाब पुलिस ने बुधवार को उस बाइक को भी बरामद कर लिया है जिसमें अमृतपाल भागा था। बाइक की बरामगी जालंधर से 45 किमी दूर एक गांव से हुई है। वहीं पंजाब पुलिस आज अमृतपाल सिंह के घर पहुंची। पुलिस अमृतपाल की मां और उसके परिजनों से पूछताछ कर रही है। पुलिस अमृतपाल सिंह की पत्नी किरणदीप से भी विदेशी फंडिंग को लेकर पूछताछ कर रही है। अमृतपाल की पत्नी से दो पुलिसकर्मी पूछताछ कर रहे हैं। उधर, पुलिस ने दोपहर लगभग 12 बजे अमृतसर के जल्लूपुर खेड़ा गांव में अमृतपाल की मां से करीब एक घंटे पूछताछ की। 

अमृतपाल सिंह की पत्नी को लेकर हुआ बड़ा खुलासा

अमृपताल सिंह की पत्नी किरणदीप कौर एनआरआई है। वह बब्बर खालसा की एक्टिव मेंबर है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक एक सीनियर ब्रिटिश खुफिया अफसर ने यह जानकारी दी है कि किरणदीप बब्बर खालसा के लिए फंड जुटाती है। बताया जा रहा है कि किरणदीप कौर बब्बर खालसा इंटरनेशनल ग्रुप की सदस्य भी रह चुकी हैं। वह बब्बर खालसा इंटरनेशनल की कई रैलियों और कार्यक्रमों में भी हिस्सा लेती रही हैं। 2020 में उसे और 5 लोगों को बब्बर खालसा के लिए पैसे जुटाने के आरोप में गिरफ्तार भी किया गया था। वह ब्रिटेन से खालिस्तान मूवमेंट के लिए फंडिंग कर रही थी। 

बब्बर खालसा आतंकी संगठन

बब्बर खालसा की बात करें तो ये खालिस्तानी मूमेंट को आगे बढ़ाने के लिए बनाया गया आतंकी संगठन है। इसको बीकेआई (बब्बल खालसा इंटरनेशनल) कहते हैं वैसे भारत में बब्बर खालसा भी कहा जाता है। भारत और ब्रिटेन सरकार ने इस संगठन को आतंकी ग्रुप घोषित किया है। जबकि ये लोग कहते हैं कि हम आंदोलन करते हैं। जबकि सच्चाई ये है कि न तो ये लोग संविधान पर भरोसा करते हैं और न ही भारत को अपनाते हैं। ये हमेशा भारत का एक और टुकड़ा करना चाहते हैं। बब्बर खालसा इंटरनेशनल की नींव 1978 में रखी गई। भारत, कनाडा, दुबई, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, जर्मनी और न जाने कितने देशों तक यह फैला हुआ है। हर देश में इसके समर्थक है।

अमृतपाल सिंह पर कई धाराओं के तहत एक और एफआईआर दर्ज

अमृतपाल सिंह के खिलाफ जालंधर के शाहकोट में एक एफआईआर दर्ज की गई है। पुलिस ने विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया है। पुलिस ने धारा 386, 506, 148, 149 और 25/27-54-59 आर्मस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है। ये एफआईआर नंगल अम्बिया गुरुद्वारे के ग्रंथी ने दर्ज करवाई है। अमृतपाल सिंह अपने साथियों के साथ 18 मार्च को दोपहर करीब 1 बजे के आसपास गुरुद्वारे में पहुंचा था। अमृतपाल और उसके साथियों ने वहां खाना भी खाया और करीब 45 मिनट गुरुद्वारे में बिताए। बाद में अमृतपाल ने गुरुद्वारे के गंथी से पूछा था कि क्या वह उनका फोन इस्तेमाल कर सकते हैं। ग्रंथी ने उसे अपना फोन दे दिया था।

जिससे उसने किसी को कॉल भी की थी। उसने ग्रंथी से कपड़े भी मांगे थे। वो यहां से कपड़े बदलकर निकल गया था। गुरुद्वारे के ग्रंथी ने बताया कि उसके बेटे को लड़की वाले देखने आ रहे थे। उन्होंने उनके लिया खाना बनाया था। लेकिन अमृतपाल और उसके साथियों ने वो खाना खा लिया। ग्रंथी ने बताया था कि जब वो लोग गुरुद्वार में दाखिल हुए थे तो वो डर गया था। उसे लगा था वो यहां तोड़फोड़ करेंगे, लेकिन उन्होंने ऐसा कुछ नहीं किया।