जालंधरः किसानों द्वारा हाईवे के दोनों ट्रैक बंद करने को लेकर अधिकारी का आया बड़ा बयान, देखें वीडियो

जालंधरः किसानों द्वारा हाईवे के दोनों ट्रैक बंद करने को लेकर अधिकारी का आया बड़ा बयान, देखें वीडियो

जालंधर,ENS: किसानों से साथ बातचीत के बात अधिकारी का बयान सामने आया है। इस दौरान अधिकारी ने कहा कि वह किसानों से कल से बात कर रहे हैं। इस दौरान उन्होंने किसानों से अपील की है कि वह हाईवे का एक ट्रैक खोल दें। इस दौरान उन्होंने कहा कि किसानों के साथ सरकार की मीटिंग को लेकर समय तक हो गया है। इस दौरान आज उनकी सरकार के साथ मीटिंग की जाएगी। इस दौरान अधिकारी ने मीडिया के जरिए भी किसानों से एक ट्रैक को खोलने की अपील की है। वहीं रेलवे ट्रैक बंद करने को लेकर अधिकारी ने कहा कि किसानों ने कहा है कि अगर मीटिंग में उनका हल ना निकला तो वह रेलवे ट्रैक बंद कर देंगे। इस मामले को लेकर अधिकारी ने कहा कि उन्हें लगता है कि आज सरकार के साथ मीटिंग में किसानों की मांगों को लेकर हल निकल जाएगा।

दरअसल, कल सुबह से रामामंडी के पास धन्नोवाली फाटक पर जमींदारों ने अनिश्चितकाल के लिए धरना लगाया हुआ है। इस दौरान देर शाम किसानों ने कहा कि उनकी सरकार के अधिकारियों की कल 4:00 बजे मीटिंग रखी गई है। इस मीटिंग को लेकर किसानों का कहना है कि अगर 4:00 बजे की मीटिंग में उनके समाधान का हल नहीं निकला तो वह उसके बाद रेलवे ट्रैक भी जाम कर देंगे। किसानों द्वारा हाईवे के दोनों ट्रैक बंद कर देने से भारी जाम लग गया है। जिससे लोगों का परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बतां दे कि गन्ने के रेट बढ़ाने को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा की कॉल पर धरना लगाया गया है। प्रदर्शनकारियों की मांग है कि जब तक सरकार उनकी  मांगे पूरी नहीं करती तब तक इसी तरह धरना प्रदर्शन किया जाएगा।

इस दौरान किसानों द्वारा हाईवे की एक साइड को बंद करने का कहा जा रहा है। किसानों का कहना है कि अगर सरकार बात नहीं मानती है तो पूरी तरह से हाईवे को बंद करेंगे।  इस संबंध में BKU दोआबा के सूबा प्रधान मंजीत सिंह राए ने ज्यादा से ज्यादा किसानों को इस धरने में शामिल होने की अपील की है।मीडिया से बातचीत में किसान नेता ने कहा- कोई भी किसान हाईवे बंद करने के हक में नहीं है। सरकार को जगाने के लिए ऐसा कदम उठाना पड़ रहा है। सरकार की वजह से गन्ना किसानों को काफी नुकसान हो रहा है। सरकार मिल चलाने नहीं दे रही है। जिससे किसानों को काफी नुकसान हो रहा है। क्योंकि किसानों की गन्ने की फसल तैयार है और सरकार ने मिलें अभी तक नहीं खोली। ना ही गन्ने के रेट बढ़ाए जा रहे हैं। किसानों ने कहा- सरकार के साथ इन मुद्दों को लेकर मीटिंग भी की गई। मगर उनके द्वारा कोई भी निष्कर्ष नहीं निकाला गया। जिसके चलते मजदूरी में हाईवे जाम करना पड़ा। किसान बोले कि हमारी किसी को परेशान करने की कोई मंशा नहीं है।