भारतीय क्रिकेटर की बिगड़ी तबीयत, पानी में मिलाया गया ज़हरीला पदार्थ? शिकायत दर्ज

भारतीय क्रिकेटर की बिगड़ी तबीयत, पानी में मिलाया गया ज़हरीला पदार्थ? शिकायत दर्ज

नई दिल्लीः क्रिकेट जगत से एक हैरान करने वाली खबर सामने आई है। कई मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि भारतीय क्रिकेटर मयंक अग्रवाल के खिलाफ गहरी साजिश की गई है। इससे उनकी जान को भी खतरा हो सकता था। हालांकि, मामले की पुलिस में शिकायत दर्ज करा दी गई है। मंगलवार को कर्नाटक के कप्तान और लंबे समय से भारतीय टीम से बाहर चल रहे सलामी बल्लेबाज मयंक अग्रवाल को नई दिल्ली के लिए उड़ान भरने को तैयार विमान में बीमार पड़ने के बाद अगरतला के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया। इस घटना ने क्रिकेट जगत को हैरान कर दिया। मयंक ने किसी साजिश का आरोप लगाते हुए पुलिस में एक आधिकारिक शिकायत दर्ज करायी है।

रिपोर्ट्स के मुताबिक, मयंक ने पानी समझकर एक पाउच से एक पेय पदार्थ पिया था, जो इंडिगो एयरलाइन के विमान में उनकी सीट पर रखा था। इसे पीने के बाद वे बीमार पड़ गए। उनके गले में जलन होने लगी और फिल उल्टी भी हुई। हालांकि, बताया जा रहा है कि उनकी हालत अब स्थिर है और वह खतरे से बाहर हैं। मयंक ने अपने मैनेजर के जरिए पुलिस में एक औपचारिक शिकायत दर्ज करायी है। पश्चिम त्रिपुरा के पुलिस अधीक्षक किरन कुमार ने न्यूज एजेंसी को बताया, मयंक अग्रवाल एक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खिलाड़ी हैं। अब उनकी हालत स्थिर है, लेकिन उनके प्रबंधक (मैनेजर) ने मामले की जांच के लिए एनसीसीपीएस (न्यू कैपिटल कॉम्प्लेक्स पुलिस थाने) में एक शिकायत दर्ज करायी है। उनके प्रबंधक ने कहा है कि जब वह विमान में बैठ रहे थे तो उनके सामने एक पाउच रखा था। उन्होंने उसमें से थोड़ा-सा पेय पदार्थ पिया, लेकिन अचानक उनके मुंह में जलन होने लगी और वह कुछ बोल भी नहीं पाए और उन्हें आईएलएस अस्पताल लाया गया। उनके मुंह में सूजन और छाले थे। हालांकि, उनकी हालत स्थिर है।

राज्य स्वास्थ्य सचिव किरन गिट्टे ने कहा, पुलिस ने उनकी शिकायत दर्ज कर ली है और हम मामले की जांच करेंगे। उनके प्रबंधक के अनुसार वह अब बेंगलुरु जाएंगे और इस बीच अगरतला में जो भी अच्छा इलाज होगा, हम उन्हें उपलब्ध कराएंगे। आईएलएस अस्पताल की ओर से प्रबंधक मनोज कुमार देबनाथ ने एक प्रेस रिलीज जारी करके बताया कि क्रिकेटर को मुंह में थोड़ी जलन हुई और उनके होंठ सूज गए। आपातकालीन विभाग में अस्पताल के चिकित्सकों द्वारा जांच किए जाने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कर लिया गया। अब उनकी हालत स्थिर है और उन पर लगातार नजर रखी जा रही है।