इंसानियत शर्मसार : पिता ने 20 दिन की बच्ची को झाड़ियों में फेंका, ऐसा हुआ खुलासा

इंसानियत शर्मसार : पिता ने 20 दिन की बच्ची को झाड़ियों में फेंका, ऐसा हुआ खुलासा

नई दिल्ली : नवजात बेटी को घर में मां ने नहलाकरपलंग पर सुला दिया। इसके बाद वह घर के दूसरे कामकाज निपटाने में जुट गई। इसी दौरान पिता रोहित यादव अपनी बेटी को झोले में रखकर इंदौर-उज्जैन रोड पर बन रही जेल के पास झाड़ियों में फेंक आया। बेटे की चाहत में अपनी 20 दिन की बेटी को झाड़ियों फेंकने के आरोप में एक पिता को इंदौर पुलिस ने हिरासत में लिया है। पुलिस अब कलियुगी पिता की काउंसलिंग कर रही है। हीरा नगर पुलिस थाने के प्रभारी पीएल शर्मा ने बताया कि रोहित यादव (30) नामक व्यक्ति एक कंप्यूटर ऑपरेटर है। यादव की 2 साल की बेटी है और दूसरी बार पत्नी के प्रेग्नेंट होने पर बेटे की उम्मीद कर रहा था।

करीब 20 दिन पहले उसकी पत्नी ने दूसरी बेटी को जन्म दिया था। गुरुवार को नवजात बेटी को घर में मां ने नहलाकर और काजल लगाकर पलंग पर सुला दिया। इसके बाद वह घर के दूसरे कामकाज निपटाने में जुट गई।  इसी दौरान पिता रोहित यादव अपनी बेटी को झोले में रखकर इंदौर-उज्जैन रोड पर बन रही जेल के पास झाड़ियों में फेंक आया। नवजात बेटी के लापता होने पर घबराई मां यानी रोहित की पत्नी भागी भागी थाने पहुंची। मां को लगा कि उसकी बेटी को कोई जानवर दबोचकर ले गया।फौरन महिला एसआई और पुलिस की टीम नवजात बच्ची की खोज में जुट गई। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगाले तो रोहित यादव एक झोला ले जाते हुए दिखा।

झोले से बाहर निकलती हुई वही शॉल भी दिखी जो सुलाते वक्त मां ने अपनी बेटी को ओढ़ाई थी। पुलिस ने रोहित से पूछताछ की तो उसकी जेब से बच्ची का एक मोजा मिला। इसके बाद आरोपी ने अपना अपराध कबूल कर लिया। इसके बाद आनन फानन में भागी पुलिस ने झाड़ियों से नवजात को बचाया। बच्ची जोर जोर से चीख रही थी। गनीमत रही कि कोई जानवर मौके पर नहीं पहुंचा था। पुलिस ने बताया कि बच्ची को परिवार को सौंप दिया गया है।  आरोपी पिता ने पुलिस को बताया कि बेटे की चाहत पूरी नहीं होने पर उसने अपनी दूसरी बेटी को झाड़ियों में फेंक दिया था। अब पुलिस आरोपी के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई कर रही है।