सूक्ष्म एवं लघु उद्योगों की समस्याएं निवारण के लिए हिमाचल के उद्यमी को मिला अवार्ड

सूक्ष्म एवं लघु उद्योगों की समस्याएं निवारण के लिए हिमाचल के उद्यमी को मिला अवार्ड

सांसद हेमामालिनी ने बददी के उद्यमी जय गोपाल गोयल को किया सम्मानित

एमएसएमई सैक्टर की समस्याओं व अधिकारों के प्रति गोयल है एक प्रेरणा

बददी/ सचिन बैंसल देश के रोजगार में अपना 80 फीसदी योगदान देने वाले सूक्ष्म एवं लघु उद्योगों की आवाज को बुलंद करने व उनकी समस्याओं का निष्पादन करने के लिए हिमाचल प्रदेश के उद्यमी जय गोपाल गोयल को दिल्ली में एमएसएमई कानकलेव में अवार्ड देकर सम्मानित किया गया है। गोयल जो कि एचपी माईक्रो स्माल इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के प्रदेशाध्यक्ष भी है लंबे समय से बददी के निकट किशनपुरा में अपना इंजीनियरिंग उद्योग चलाते हैं और एमएसएमई सैक्टर को हर समय जागरुक करने व उनको उनके हक दिलाने में तत्पर रहते हैं। वह हिमाचल प्रदेश फैसिलिएशन कौंसिल के सदस्य के तौर पर भी कार्य करते हैं और लघु उद्योगों की फंसी व रुकी हुई पेमेंट निकलवाने पर भी मध्यस्तता करते हैं और छोटे कारखानों के उत्थान व संरक्षण संवर्धन में हर समय लगनशील रहते हैं।
दिल्ली में आयोजित राष्ट्रीय एमएसएमई कानक्लेव 2 में जय गोपाल गोयल को कार्यक्रम की मुख्य अतिथि सांसद हेमा मालिनी ने अवार्ड देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व ऊर्जा मंत्री  और चेयरमैन ट्रेडर कल्याण बोर्ड उत्तर प्रदेश सरकार  रवि कांत गर्ग ने की। हिमाचल के उद्यमी गोयल ने बददी के वर्धमान कंपनी बददी में 11 साल बतौर मैनेजर कार्य करने के बाद 2006 में बददी में अपना छोटा सा माईक्रो उद्योग शुरु किया था। तब से उन्होने जाना कि सूक्ष्म एवं लघु उद्योग जो कि देश के रोजगार में 80 फीसदी योगदान देते हैं कि क्या क्या समस्याएं होती है। शुरु शुरु में उनको भी बहुत दिक्कतें आई। गोयल ने अपना उद्योग तो स्थापित किया ही साथ में 16 साल में लघु उद्योगो को सरकारी व गैर सरकारी योजनाओं से रुबरु करवाया और अपनी टीम की मदद से उनका हल करवाया। बाद में जयगोपाल को प्रदेश सरकार ने हिप्र फैसिलिएशन कौंसिल का सदस्य भी मनोनीत किया। यह कौंसिल छोटे उद्योगों की पेमेंट संबधित विवादों का निवारण करवाती है। गोयल ने अब तक दर्जनों छोटे उद्योगों की काम करने के बाद फंसी हुई पेमेंटों को निकलवानें में अहम भूमिका निभाई जिससे कई उद्योग डूबने से बचे।