श्रीमद्भागवत कथा में हुआ श्रीकृष्ण जन्म एवं नंदोत्सव का वर्णन

श्रीमद्भागवत कथा में हुआ श्रीकृष्ण जन्म एवं नंदोत्सव का वर्णन
ऊना/ सुशील पंडित : जिला ऊना के गांव बदोली के ठाकुरद्वारा प्रांगण में श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन किया जा रहा है। श्रीमद्भागवत कथा सप्ताह ज्ञान उत्सव में अंदौरा से पधारे कथा व्यास गणेश दत्त शास्त्री द्वारा कथा के चौथे दिन वुधवार को वामन अवतार, श्रीकृष्ण जन्म की कथा एवं नंदोत्सव का वर्णन किया गया। श्रीकृष्ण जन्म की कथा का वर्णन करते हुए कथा व्यास ने बताया कि कंस की कारागार में वासुदेव- देवकी के भादो मास की अष्टमी को रोहिणी नक्षत्र में भगवान श्रीकृष्ण का जन्म हुआ था। कृष्णमूर्ति स्वरूप बच्ची परीशा को श्री बाल कृष्ण बनाया गया था जो अत्यंत कृष्ण की छवि ही लग रही थी। श्री कृष्ण भगवान का लालन-पालन नंदबाबा के घर में हुआ था। इसलिए नंदगांव में श्रीकृष्ण जन्मोत्सव बहुत ही धूमधाम से मनाया गया। श्रीकृष्ण ने अत्याचारी कंस का वध करके पृथ्वी को अत्याचार से मुक्त किया और अपने माता-पिता को कारागार से छुड़वाया। कृष्ण जन्म की खुशी में शुक्रवार को कथा स्थल को विशेष रूप से सजाकर माखन मिश्री का प्रसाद वितरण किया गया तथा भक्तों ने नाच कूदकर नंदोत्सव मनाया। कथा व्यास गणेश दत्त शास्त्री ने कहा कि नारायण की भक्ति में ही परम आनंद मिलता है ।उसकी वाणी सागर का मोती बन जाता है । भगवान प्रेम के भूखे हैं ।वासनाओं का त्याग करके ही प्रभु से मिलन संभव है । उन्होंने श्रद्धालुओं से कहा कि वासना को वस्त्र की भांति त्याग देना चाहिए। भागवत कथा का जो श्रवण करता है भगवान का आशीर्वाद बना रहता है । इस अवसर पर मास्टर रजिंद्र शर्मा,राज कुमार शर्मा, विपिन शर्मा, राजीव शर्मा,विनय धरवाल,यश पाल धरवाल,सत प्रकाश,अमन कुमार सहित काफी संख्या में प्रभू प्रेमी उपस्थित रहे।