कांग्रेस उम्मीदवार को हाईकोर्ट से लगा बड़ा झटका 

कांग्रेस उम्मीदवार को हाईकोर्ट से लगा बड़ा झटका 

करनालः लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी दिव्यांशु बुद्धिराजा को पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट से बड़ा झटका लगा है। सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट ने दिव्यांशु बुद्धिराजा की याचिका को खारिज कर दिया। दिव्यांशु बुद्धिराजा पर 2018 में पूर्व CM मनोहर लाल के खिलाफ बेरोजगारी को लेकर फ्लैक्स बोर्ड लगाने पर केस दर्ज हुआ था। कोर्ट द्वारा मामले में पेश होने के लिए कई बार सम्मन जारी किए गए थे, लेकिन वह पेश नहीं हुए थे। जिसके कारण उन्हें पंचकूला कोर्ट ने पीओ घोषित किया था। इसके बाद बुद्धिराजा ने हाईकोर्ट का रुख किया था।

ये है मामला

दरअसल, दिव्यांशु बुद्धिराजा पर साल 2018 में पूर्व CM मनोहर लाल के खिलाफ बेरोजगारी को लेकर फ्लैक्स बोर्ड लगाने पर केस दर्ज हुआ था। इसमें दावा किया जा रहा है कि कोर्ट द्वारा मामले में पेश होने के लिए कई बार समन जारी किए गए थे, लेकिन वह पेश नहीं हुए।जिसके चलते उन्हें पंचकूला कोर्ट ने भगोड़ा घोषित करार दे दिया। हालांकि बुद्धिराजा का इस पूरे मामले में कहना है कि सरकार हथकंडे अपना रही है। वह मेरे ऊपर 4 केस करवा चुके हैं। 8 साल से मैं खट्‌टर के साथ दो-दो हाथ कर रहा हूं। 174A के ऊपर FIR ही दर्ज नहीं हो सकती। इस बारे में जस्टिस मोहन लाल का फैसला है। कांग्रेस से टिकट अनाउंस होने के बाद करनाल से लोकसभा से प्रत्याशी दिव्यांशू बुद्धिराजा भगोड़ा वाले केस में हाईकोर्ट गए थे। हाईकोर्ट में उन्होंने याचिका के जरिए केस खारिज करने के लिए मांग की थी। हाईकोर्ट ने याचिका मंजूर कर सुनवाई के लिए 2 मई की डेट फिक्स की थी। इसमें केस से जुड़े दूसरे मामलों का भी याचिकाकर्ता की ओर से हवाला दिया गया था।

दिव्यांशु ने पंचकूला के गर्वनमेंट कॉलेज सेक्टर 1 में युवाओं से मिलने के लिए मनोहर लाल के काफिले में घुस नारेबाजी की। जिसके बाद केस दर्ज कर उन्हें जेल भेजा गया था। इसके बाद मनोहर लाल जवाब दो के पोस्टर पंचकूला में लगाए थे। उन्होंने युवाओं को नौकरी देने के संबंध में जब पोस्टर लगाए थे, तो उन पर केस दर्ज हुआ था। पुलिस ने केस दर्ज करने के बाद केस कोर्ट में भेजा था। दिव्यांशु बुद्धिराजा के खिलाफ कोर्ट के आदेश पर 3 जनवरी 2024 को पंचकूला सेक्टर 14 के पुलिस थाना में धारा 174ए के तहत मामला दर्ज किया गया। बुद्धिराजा के खिलाफ सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान की पुलिस में शिकायत दर्ज थी। कोर्ट में सुनवाई के दौरान वह पेश नहीं हुए थे। बुद्धिराजा अभी तक भगोड़ा ही हैं। पुलिस के रिकाॅर्ड में लापता रिपोर्ट सब्मिट है।