BJP के मनोज मेयर पद से दे सकते हैं इस्‍तीफा!

BJP के मनोज मेयर पद से दे सकते हैं इस्‍तीफा!

चंडीगढ़: मेयर चुनाव विवाद को लेकर राजनीतिक दलों में घमासान मचा हुआ है। आप और कांग्रेस ने भाजपा की जीत को फर्जी बताया। साथ ही चुनाव को अनफेयर बताते हुए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में मेयर विवाद को लेकर अगली सुनवाई है। इसी बीच अब सुनवाई से पहले नगर निगम मेयर मनोज सोनकर के इस्‍तीफा देने की बात सामने आ रही है। भाजपा आम आदमी पार्टी के तीन पार्षदों को अपने यहां पर शामिल करवा कर अपनी संख्या बढ़ाना चाहती है। ऐसा कहा जा रहा है कि सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई से पहले वर्तमान मेयर मनोज सोनकर का पार्टी इस्तीफा दिलवा सकती है। ऐसा करके भाजपा खुद ही फिर से मेयर चुनाव की पेशकश कर रही है। फिर से मेयर चुनाव होने पर भाजपा सोनकर को उम्मीदवार नहीं बनाना चाहती। वहीं भाजपा कांग्रेस के भी कुछ पार्षदों से संपर्क कर रही है, ताकि वहां से भी पार्षद भाजपा में शामिल हो सकें। भाजपा सोमवार को मेयर चुनाव विवाद पर सुप्रीम कोर्ट में होने वाली सुनवाई से पहले विपक्षी पार्षदों को पार्टी में शामिल करा सकती है।

जानकारी के अनुसार आम आदमी पार्टी के जिन तीन पार्षदों को ज्वाइन करवाया जा रहा है, उनमें से एक को मेयर पद का उम्मीदवार बनाने का ऑफर दिया गया है। इस बार मेयर का पद आरक्षित वर्ग के लिए रिजर्व है। जिन तीन आप पार्षदों को भाजपा में शामिल करवाने की बात चल रही है उसमें दो महिला पार्षद है जो की आरक्षित वर्ग से संबंधित है। मालूम हो कि पिछली सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव अधिकारी अनिल मसीह को जमकर फटकार लगाई थी और सोमवार को चुनाव अधिकारी को भी पेश होने के लिए कहा गया है। नगर निगम में इस समय 35 पार्षद है। सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई से पहले रविवार दोपहर को सभी भाजपा पार्षदों की आपातकालीन बैठक बुलाई गई है यह बैठक पंचकूला के पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस में होने वाली है। बैठक में राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े मौजूद रहेंगे। मेयर चुनाव विवाद को पूरी तरह से सुलझाने की जिम्मेवारी राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावडे को दी गई है। इस उठक बैठक के बीच कांग्रेस ने अपने साथ पार्षदों की घेराबंदी मजबूत कर दी है उन्हें लगता है कि कहीं उनके भी कोई पार्षद टूट कर भाजपा में शामिल न हो जाए।