पंजाब: सस्ती शराब के दावों के बीच महंगी हुई शराब, जानें नए रेट

पंजाब: सस्ती शराब के दावों के बीच महंगी हुई शराब, जानें नए रेट

चंडीगढ़ः पंजाब सरकार की नई आबकारी नीति लगातार विवादों में घिरती नजर आ रही है। खुली छूट मिलने से राज्य के थोक शराब कारोबारियों ने कई बड़े शहरों में रेस्टोरेंट-बार और मैरिज पैलेस के लिए अपने स्तर पर शराब के 25 से 30 प्रतिशत तक दाम बढ़ा दिए हैं। खासकर लुधियाना में थोक कारोबारियों ने अपनी अलग से रेट लिस्ट जारी कर दी है। बार, रेस्टोरेंट, होटल और मैरिज पैलेस मालिकों को बड़ा झटका देते हुए शराब कारोबारियों ने अपनी मर्जी से दाम बढ़ा दिए हैं।

लिकर वेंडरों की ओर से तय की गई नई दरों में 25 से 30 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि की गई है, जबकि कम माल खरीदने पर उन्हें खुदरा उपभोक्ताओं पर लागू बोतल के समान दाम तय करने होंगे। इतना ही नहीं शराब कारोबारियों ने यह शर्त भी लगा दी है कि होटल संचालकों को नजदीकी शराब की दुकान से ही खरीद करनी होगी। हाल ही में विभिन्न समूहों के शराब व्यापारियों द्वारा लुधियाना, अमृतसर आदि शहरों में इस तरह की ओवर चार्जिंग की जा रही है। होटल, बार, रेस्तरां और मैरिज पैलेस मालिकों के लिए बनाई गई मूल्य सूची के मुताबिक 100 पाइपर्स (12 ईयर एज्ड), टीचर्स-50, बॉंबे सैफायर और इसी तरह के अन्य ब्रांडों की एक पेटी की कीमत अब 15,600 के बजाय 20,000 रुपये कर दी गई है।

अगर यही ब्रांड एक पेटी से कम खरीदे जाते हैं तो 1300 रुपये के बजाय 2,000 रुपये अदा करने होंगे इसी तरह शिवास रीगल, जेडब्ल्यू ब्लैक लेबल, ग्रे गूज और अन्य ब्रांड्स की कीमत प्रति पेटी अब 23,000 की जगह 30,000 रुपये कर दी गई है। नाम न उजागर करने की शर्त पर एक होटल मालिक ने कहा कि जब से राज्य में नई आबकारी नीति लागू हुई है, सरकार दावा कर रही है कि यह अब तक की सबसे अच्छी नीति है और हमारे जैसे खुदरा और थोक खरीदारों के लिए शराब सस्ती होगी। इसके विपरीत शराब लॉबी की मनमानी चल रही है। 

शराब के बढ़ते दामों को लेकर राज्य आबकारी एवं कराधान आयुक्त वरुण रूजम ने कहा कि शराब कारोबारी अपने स्तर पर शराब के दाम नहीं बढ़ा सकते हैं। अगर ऐसे है तो मामले की जांच की जाएगी। शराब के दाम बढ़ाकर और नजदीकी दुकानों से ही शराब खरीदने जैसे प्रतिबंध लगाकर होटल व्यवसायियों को एक बड़ा झटका लगा है। लुधियाना के जाने माने सामाजिक कार्यकर्ता प्रवीण डांग ने इस मसले को उठाते हुए कहा कि थोक खरीदारों के लिए दरें बढ़ाकर सरकार शराब माफिया को बढ़ावा दे रही है।