पंजाबः श्री हरिमंदिर साहिब के पास ब्लास्ट मामले में डीजीपी और जत्थेदार का आया बयान, देखें वीडियो

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अमृतसरः हरिमंदिर साहिब के पास हुए बम धमाके के मामले को पंजाब पुलिस ने सुलझा लिया है। पुलिस ने पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। प्रेस कॉन्फ्रेंस में डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि हमने पांच लोगों को हिरासत में लिया है। इनकी पहचान आजादवीर सिंह, अमरीक सिंह, साहिब सिंह, हरजीत सिंह और धर्मेंद्र सिंह के रूप में हुई है। इनमें से तीन विस्फोटकों की सोर्सिंग में शामिल थे। एक महिला से भी पूछताछ की जा रही है। डीजीपी के अनुसार, आजाद वीर और अमरीक ने आईईडी स्थापित की थी। आजाद वीर से एक किलोग्राम के करीब विस्फोटक मिला है। इन तीनों बम धमाकों में पटाखों में प्रयोग होने वाले विस्फोटक का इस्तेमाल किया गया था।

हिरासत में ली गई लड़की आतिशबाजी बनाने का काम करती है और उसके पास इसका लाइसेंस भी है। वहीं आरोपी साहिब सिंह अमृतसर में ही पटाखे बनाने का काम करता है। सभी आरोपियों का क्रिमिनल रिकॉर्ड भी है। वहीं जत्थेदार हरप्रीत सिंह ने कहा कि इस मामले की गहराई से जांच की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि पिछले समय से नफरत का माहौल जो बनाया गया था, कहीं वह तो इसमे शामिल नहीं। इस मामले की केंद्र की एजेंसियों और पंजाब पुलिस को गंभीरता से जांच करनी चाहिए। वहीं उन्होंने कहा जो श्रद्धालु यहां पर माथा टेकने आते है। उनमें भय का माहौल पाया जा रहा है। जत्थेदार ने कहा कि पंजाब का माहौल खराब करने के लिए शरारती अनंसरों द्वारा इस घटना को अंजाम दिया जा रहा है। वहीं पुलिस ने हरिमंदिर साहिब के पास हुए धमाकों के मामले में दोषियों को आज कोर्ट में पेश किया। कोर्ट से पुलिस को आरोपियों का 7 दिन का रिमांड मिला। इस दौरान पुलिस अधिकारियों ने बताया कि रिमांड के दौरान उन्हें और भी खुलासे होने की संभावना है।

‘शांति भंग करना था मकसद’

अमृतसर विस्फोट की साजिश रचने वाले पांच साजिशकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया गया है। पंजाब पुलिस के अनुसार धमाके के पीछे का मकसद शांति भंग करना था। ब्लास्ट में पटाखों में इस्तेमाल विस्फोटक का इस्तेमाल किया गया था। इन धमाकों की वजह से लोग दहशत में जी रहे थे।

अभी तक किए जा चुके थे 3 धमाके

आपको बता दें कि अमृतसर के हेरिटेज स्ट्रीट इलाके में बीते शनिवार को पहला बम धमाका किया गया था। इस धमाके की वजह से 4-5 लोगों को चोटें भी आई थी। आसपास के घरों की खिड़कियां भी टूट गई थी। इसके करीब 32 घंटे बाद सोमवार सुबह साढ़े 6 बजे के करीब दूसरा धमाका हुआ था। वही तीसरा धमाका वीरवार रात 1:45 बजे के करीब हुआ था। सचखंड श्री हरमंदिर साहिब के मैनेजर विकरमजीत सिंह ने बताया था कि यह धमाका श्री गुरु रामदास सरां के पिछली तरफ गलियारे के पास हुआ था।

हर एंगल से की जा रही थी जांच

लगातार हुए हम धमाकों की वजह से पुलिस से लेकर नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी भी हरकत में आ गई थी। धमाकों की हर एंगल से जांच की जा रही थी। पुलिस शुरूआती तौर पर इन धमाकों को आंतकी हमले से लेकर, शरारत्ती तत्वों की शरारत या फिर पर्सनल वजह तीनों तथ्यों को ध्यान में रखकर जांच में जुटी हुई थी। एनआईए की टीम ने भी घटना स्थल पर पहुंचकर मामले की जांच की थी।