पठानकोट का युवक विदेश के जंगलों में हुआ लापता, केंद्र और राज्य सरकार से की अपील, देखें वीडियो

पठानकोट का युवक विदेश के जंगलों में हुआ लापता, केंद्र और राज्य सरकार से की अपील, देखें वीडियो

पठानकोट/अनमोलः रोजी-रोटी कमाने के लिए कई नौजवान अपना देश छोड़ विदेशों का रुख कर रहे हैं लेकिन गलत एजेंटों के हाथों में फंस कर कई लोग अपना जीवन तक दांव पर लगा देते हैं। ऐसा ही कुछ देखने को मिला जिला पठानकोट के सियोंटी गांव में यहाँ पर एक युवक करण सिंह (28) जो रोजी-रोटी कमाने के लिए विदेश गया था, जो कि बेलारूस के जंगलों में लापता हो गया। लापता हुए युवक की आखिरी बार 15 मार्च को अपने परिवार के साथ बात हुई थी जिसके बाद परिवार से कोई सम्पर्क न हो सका।  परेशान माता-पिता ने राज्य और केंद्र सरकार से अपने बेटे के बारे में पता लगाने और उसे वापस पंजाब लाने में मदद करने की अपील की।

इस सम्बंधी बातचीत करते हुए पीड़ित परिवार ने बताया कि उनके तीन बच्चे हैं। जिसमें से उनका बड़ा बेटा करण सिंह काम की तलाश में इस साल जनवरी महीने में किसी एजेंट के माध्यम से स्पेन जाने के लिए मिला था। एजेंट ने उनसे 14 लाख रुपए की मांग की एवं वायदा किया कि करण को सीधे रास्ते से स्पेन भेजा जाएगा। करण 10 जनवरी को स्पेन की फ्लाइट लेने के लिए दिल्ली हवाई अड्डे पहुंचा लेकिन एजेंट ने करण सिंह एवं अन्य नौजवानों को दुबई उतरवा दिया, कुछ दिन दुबई रहने के पश्चात उन्हें दिल्ली वापस लाया गया। जहां से बस के जरिए लखनऊ भेज दिया। 

रघुनाथ सिंह ने बताया कि लखनऊ हवाई अड्डे से इन बच्चों को रूस भेज दिया गया एवं रूस से सभी नौजवानों को एक टैक्सी में बिठाकर बेलारूस के जंगलों में छोड़ दिया गया। जहां पर वह कई दिनों तक भटकते रहे। 15 मार्च 2023 को परिवार की करण के साथ आखरी बातचीत हुई। जिस दौरान उसने बताया कि वह 4 दिनों से बिना कुछ खाए पिए भटक रहे हैं। जिसके बाद परिवार का करण से कोई संपर्क नहीं हो पाया। करण के साथ गए उसी के गांव के एक लड़के को वहाँ के सुरक्षा अधिकारियों ने पकड़कर वही एक कैंप में रखा गया है, लेकिन करण के बारे में अभी तक कोई खबर नहीं मिल पाई। करण के परिवारिक मेंबरों ने बताया कि अन्य लड़कों से पता चला कि बेलारूस के जंगल में करण उनसे बिछड़ गया था।परिवार ने केंद्र एवं पंजाब सरकार से गुहार लगाते हुए उनके बेटे को वापस लाने की अपील की एवं ऐसे एजंटों पर सख्त से सख्त कार्रवाई करने की मांग भी की।