बारिश से मची तबाही, पंजाब से हिमाचल के लॉन्ग रूट की बसें हुई बंद

बारिश से मची तबाही, पंजाब से हिमाचल के लॉन्ग रूट की बसें हुई बंद

चंडीगढ़ः पिछले कुछ दिनों से भारी बारिश के कारण कई जिलों में तबाही मच गई है। वहीं पंजाब सरकार और हिमाचल सरकार के साथ गृह मंत्री अमित शाह ने बीते बात कर हालात की जानकारी ली और संभव मदद देने की बात कही है। वहीं दोनों सरकार के सीएम भी बारिश से हुई तबाही से निपटने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे है। वहीं हिमाचल की सभी नदियां उफान पर हैं। बारिश के कारण हिमाचल में भूस्खलन हो रहा है, पुल-सड़कें बह गई हैं। बाढ़ के हालात होने के कारण पंजाब रोडवेज ने एहतियातन अपनी बसों के लॉन्ग रूट फिलहाल रद्द कर दिए हैं। अधिकारियों का कहना है कि बारिश थमने और माहौल ठीक होने पर ही हिमाचल के रूटों पर बसें चलाई जाएंगी।

बेशक पंजाब में भी भारी बारिश के कारण हालात खराब हैं। सब कुछ जलमग्न नजर आ रहा है, लेकिन अभी तक पंजाब में सड़कों और पुलों की हालत वैसी नहीं है, जैसी पड़ोसी राज्य हिमाचल में हो चुकी है। अंदर खाते विभागीय सूत्रों का कहना है कि यदि बारिश का कहर नहीं थमा तो पंजाब में भी उन क्षेत्रों के बस रूट रद्द किए जा सकते हैं, जहां पर जलभराव की स्थिति ज्यादा गंभीर है। पंजाब रोडवेज की बसें सिर्फ राज्य के साथ लगते हिमाचल के ऊना और विश्व प्रसिद्ध धार्मिक स्थल माता चिंतपूर्णी तक ही जा रही हैं। इसके आगे के सारे रूट रद्द हैं। यहां पर अभी रूट इसलिए जारी हैं, क्योंकि यहां ज्यादा पहाड़ी क्षेत्र नहीं है और इस क्षेत्र में बारिश का भी कोई ज्यादा असर नहीं है। न ही इस क्षेत्र में अभी तक बाढ़ जैसे कोई हालात हैं।

बता दें कि हिमाचल में पहले से ही घाटे की मार झेल रहे एचआरटीसी को भारी बारिश में करोड़ों का नुक्सान हुआ है। बीते तीन दिन से जारी भारी बारिश के चलते सोमवार को 1007 रूटों पर बस सेवाएं प्रभावित रहीं। वहीं 452 बसें रूटों पर तो गईं लेकिन जगह-जगह भूस्खलन के चलते बीच मार्ग में ही फंस गईं जिससे जहां प्रदेश भर में यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा वहीं निगम को भी नुक्सान झेलना पड़ा। बसों के रूट फेल होने के साथ बारिश के कारण बस डिपुओं में भारी नुक्सान हुआ है। जहां एक ओर कुल्लू बस स्टैंड पूरा जलमग्र हो गया है तो वहीं तारादेवी डिपो में रिटेङ्क्षनग वाल टूट गई। इसके अतिरिक्त अभी हाल में धर्मशाला में इलैक्ट्रिक बसों के लिए बनाया गया इलैक्ट्रिक चाॄजग स्टेशन भी टूट गया। इसके अलावा ठियोग में बीते दिनों तैयार किया डीजल पंप भी भूस्खलन की चपेट में आने से टूट गया। इसके  अतिरिक्त प्रदेश के अन्य डिपुओं में पानी आने से नुक्सान हुआ है जिससे निगम को करोड़ों रुपए का नुक्सान हुआ है। वहीं निगम प्रबंधन बारिश के कारण हुए नुक्सान का आकलन कर रहा है।