कांग्रेस सरकार की गारण्टियां “फेल”, अपनी नाकामियां छिपाने के लिए सुक्खू ले रहे अनुराग के नाम का सहारा- सुमीत शर्मा

कांग्रेस सरकार की गारण्टियां “फेल”, अपनी नाकामियां छिपाने के लिए सुक्खू ले रहे अनुराग के नाम का सहारा- सुमीत शर्मा

आपदा में 16,206 घरों समेत 2700 किमी. सड़कें अनुराग ने मंज़ूर कराईं, कांग्रेस ने सिर्फ भाई-भतीजावाद किया: सुमीत शर्मा 


ऊना/ सुशील पंडित : केन्द्रीय सूचना प्रसारण एवं खेल व युवा कार्यक्रम मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर का नाम लेकर हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू अपनी सरकार कि एक वर्ष के कार्यकाल कि नाकामियों को छीपाने का कृत कर रहे हैँ। सुमीत ने बताया कि मुख्यमंत्री सुक्खु के हालिया बयान कांग्रेस की फेल गारण्टियों पर पर्दा डालने के लिए भाजपा नेताओं के नाम की माला जप रहे हैं। जबकि प्रदेश का आम जनमानस जानता है कि आपदा के समय हिमाचल की जनता के साथ मोदी सरकार डट कर खड़ी थी और हरसंभव सहायता देवभूमि को दी है। 


सुमीत ने बताया कि अनुराग सिंह ठाकुर को लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के हालिया बयान उनकी हताशा और निराशा को दर्शाता है।प्रधानमंत्री मोदी ने सदैव हिमाचल को प्राथमिकता देते हुए अपना दूसरा घर माना है। आपदा के समय उन्होंने स्वयं मुख्यमंत्री से बात कर हर स्थिति का जायजा लिया और सभी जरूरी मदद सुनिश्चित कराई मगर आपदा में भी राजनीति करना कांग्रेस की पुरानी आदत है और मुख्यमंत्री के हालिया बयान इसी दुर्भावना से ग्रसित है।


सुमीत ने मुख्यमंत्री को पुन: याद दिलाते हुए बताया कि अनुराग ठाकुर हिमाचल में आपदाकाल में 3 बार केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री गिरिराज सिंह से मिलकर प्रदेश के लिए 16,206 हज़ार घर पीएम ग्रामीण आवास योजना के अन्तर्गत व 2373 करोड़ रुपये की लागत से प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के अन्तर्गत बनने वाली 2700 किमी. कि सड़कों की मंज़ूर करवाईं।


यही नहीं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के निर्देश पर केंद्र सरकार ने ₹180 करोड़ पहले दो किस्तों में दिए फिर केवल सड़कों के आधारभुत ढांचे की मजबूती के लिए के लिए ₹400 करोड़ दिए।


तीसरी बार मदद करते हुए ₹189 करोड़,20 अगस्त को फिर ₹200 करोड़ और 12 दिसंबर को लगभग ₹633 करोड़ भेजे, यानी कुल मिलाकर ₹1782 करोड़ रुपये की आर्थिक मदद इस वक़्त तक केंद्र सरकार की ओर से हिमाचल के लिये भेजी गई।


केंद्र सरकार ने मनरेगा योजना अंतर्गत हिमाचल प्रदेश राज्य सरकार को जुलाई से अब तक लगभग 434 करोड़ रुपये देकर सहयोग का हाथ बढ़ाया है।


सुमीत ने कहा मुख्यमंत्री सुक्खु यह बताएं कि उपरोक्त सहयोगी राशि को ज़रूरतमंद को बांटते वक़्त भाई-भतीजावाद क्यों किया गया? ज़रूरतमंद को दरकिनार करके पैसे बाँटने व तिरपाल लगाने जैसे गंभीर आरोप सुक्खू सरकार पर लगे हैं।यही नहीं अनुराग ने अपने संसदीय क्षेत्र के सभी जिला अधिकारियों को आपदा पीड़ित के घरों बने खतरे से निपटने के लिए सुरक्षा दीवार लगाने के लिए  कुछ मदों में छूट देकर जिला की "दिशा कमेटी बैठक" में राहत और बचाव कार्य में कोई कमी न रहे उसके लिए उचित निर्देश भी दिए हैँ।


सुमीत ne कहा सांसद ne अपनी योग्यता व हिमाचल हितों को सर्वोपरि मानते प्रदेश कि केंद्र सरकार से हर मदद करवाई लेकिन दूसरी ओर सुक्खु सरकार की विश्वसनीयता व अपने ही नेताओं से भेदभाव के आरोपों के कारण चारों तरफ़ घिरे होने के कारण मुख्यमंत्री आधारहीन ब्यान देकर जनता को भटकाने व राजनैतिक लाभ के लिए तथ्यहीन का प्रयास कर रहे हैँ जोकि दुर्भाग्यपूर्ण है।