महाराजा सूरजमल और डॉ. भीमवराव अंबेडकर की प्रतिमा लगाने को लेकर हुआ बवाल

महाराजा सूरजमल और डॉ. भीमवराव अंबेडकर की प्रतिमा लगाने को लेकर हुआ बवाल

आगजनी के बाद पुलिस पर पथराव, छोड़े गए आंसू गैस के गोले

राजस्थानः भरतपुर में महाराजा सूरजमल और डॉ. भीमवराव अंबेडकर की प्रतिमा स्थापित पर विवाद बढ़ गया। बुधवार रात ग्रामीण सड़कों पर उतर आए। आगजनी की। पुलिस मौके पर पहुंची तो उस पर भी पथराव शुरू कर दिया। मामला भरतपुर जिले के नदबई इलाके का है। रात करीब 8 बजे शुरू हुआ बवाल देर रात 2 बजे तक चलता रहा। लोगों को हटाने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले दागने पड़े। आज सुबह भी माहौल तनावपूर्ण रहा। इधर बिगड़ते हालत को देखते हुए भरतपुर कलेक्टर आलोक रंजन नदबई नगर पालिका की ओर से 14 अप्रैल को वाले मूर्ति स्थापना कार्यक्रम को फिलहाल रद्द कर दिया है।

कलेक्टर ने बताया कि अब किसी भी सर्किल पर अगले आदेश तक कोई भी प्रतिमा नहीं लगाई जा सकेगी।14 अप्रैल को नदबई नगर पालिका ने मूर्ति स्थापना की परमिशन मांगी थी। पुलिस प्रशासन और एसडीएम ने हालात की समीक्षा की थी। संभागीय आयुक्त की मौजूदगी में हुई मीटिंग में तय हुआ कि वर्तमान हालात में मूर्ति स्थापना की आज्ञा नहीं दी जा सकती। दरअसल, नगर पालिका नदबई इलाके में 3 जगह मूर्तियां लगा रही है।

संभागीय आयुक्त सांवरमल वर्मा की अध्यक्षता में कमेटी ने तय किया कि, कुम्हेर चौराहे पर महाराजा सूरजमल, बैलारा चौराहे पर बाबा साहब भीमराव अंबेडकर और नगर चौराहे पर भगवान परशुराम की मूर्ति लगाई जाएगी। पर स्थानीय लोगों की मांग है कि नदबई का मुख्य चौराहा बैलारा है, ऐसे में महाराजा सूरजमल की प्रतिमा बैलारा चौराहे पर लगनी चाहिए। इसी मांग को लेकर लोगों ने धरना भी दिया। पर्यटन मंत्री विश्वेन्द्र सिंह ने बयान दिया था कि आप जो चाहते हैं, वही होगा आप धरना खत्म कीजिए। इस बीच मंत्री ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि बैलारा चौराहे पर बाबा साहब भीमराव अंबेडकर और डेहरा मोड चौराहे पर महाराजा सूरजमल की मूर्ति लगाई जाए। बस इसी को लेकर विरोध शुरू हो गया है।