मैड़ी में होली मेला 17 मार्च से होगा शुरु - महेंद्र पाल गुर्जर

मैड़ी में होली मेला 17 मार्च से होगा शुरु - महेंद्र पाल गुर्जर
एडीसी ने मेले के सफल संचालन हेतू किए गए प्रबंधों की समीक्षा बैठक की 

मालवाहक वाहनों में श्रद्धालुओं के आने पर रहेगा पूर्ण प्रतिबंध - एडीसी

सुरक्षा व्यवस्था का जिम्मा संभालेंगे 1700 पुलिस व होम गार्ड कर्मी 

ऊना/ सुशील पंडित: मैड़ी स्थित डेरा बाबा बडभाग सिंह में 17 मार्च से होली मेला शुरू होगा। 25 मार्च को निशान साहिब (झंड़ा चढ़ाने) की रस्म अदा की जाएगी। जबकि 27 मार्च की मध्यरात्रि को पंजा प्रसाद वितरित किया जाएगा। मेले के सफल आयोजन को लेकर वीरवार को एडीसी की अध्यक्षता में बचत भवन अंब में समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। उन्होंने सभी अधिकारियों से आपसी तालमेल स्थापित करके मेले को सफल बनाने का आग्रह किया। महेंद्र पाल गुर्जर ने बताया मैड़ी मेले के सफल आयोजन को लेकर गुरुद्वारा प्रबंधन, स्थानीय पंचायत समिति, पंचायत प्रधान सहित विभिन्न विभागों के साथ बैठक आयोजित कर आवश्यक दिशानिर्देश दिए गए हैं।

पुलिस व यातायात प्रबंधन सहित स्वच्छता, विद्युत, पेयजल प्रबंधन को लेकर सभी एजेंसियों की जिम्मदारियां तय की गई हैं। उन्होंने बताया कि श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मेला क्षेत्र में मैडिकल पोस्ट भी उपलब्ध रहेगी। मेले के दौरान एडीसी ऊना मेला अधिकारी और एसडीएम अंब सहायक मेला अधिकारी होंगे जबकि एएसपी ऊना पुलिस मेला अधिकारी और डीएसपी अंब सहायक पुलिस मेला अधिकारी होंगे। एडीसी ने बताया कि सुरक्षा की दृष्टि से पूरे मेला क्षेत्र को 10 सैक्टरों में बांटा जाएगा और प्रत्येक सैक्टर में एक-एक सैक्टर मैजिस्ट्रेट तथा एक-एक सैक्टर पुलिस ऑफिसर की तैनाती की जाएगी।

मेले के दौरान कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस व होमगार्ड के 1700 जवान तैनात होंगे। एडीसी ने कहा कि मेले के दौरान साफ-सफाई व्यवस्था को बनाए रखने के पर्याप्त अस्थाई शौचालयों का निर्माण किया जाएगा तथा जगह-जगह कूड़े दान तथा इनके रख खाव के लिए अस्थाई सफाई कर्मचारी तैनात किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि मेला परिसर की सफाई करने अस्थाई सफाई कर्मचारी मेले के समापन्न के तीन दिन बाद तक मेला परिसर में रहेंगे ताकि मेला क्षेत्र परिसर की पूर्ण सफाई सुनिश्चित की जा सके।

मेले के दौरान स्वच्छ व पर्याप्त पेयजल उपलब्ध करवाने के लिए आईपीएच विभाग को पानी का क्लोरीनेशन तथा समय-समय पर पानी के सैंपल लेने के भी निर्देश दिए। मेेले के दौरान किसी भी तरह की आग इत्यादि की घटना से निपटने के लिये अग्रिश्मन वाहन भी तैनात रहेगा। उन्होंने कहा कि आग्जनी की घटनाओं से निपटने के लिए हाइडेंªटस का पूर्ण निरीक्षण करना सुनिश्चित करें। महेंद्र पाल गुर्जर ने कहा कि मेले के दौरान लंगर लगाने से पूर्व एसडीएम अंब से अनुमति लेनी अनिवार्य होगी।

उन्होने मेले के दौरान परोसी जाने वाली खाद्य सामग्री की जांच के लिए संबंधित विभागीय अधिकारियों को आवश्यक कदम उठाने के भी निर्देश दिए। मेले के दौरान भिखारियों की समस्या से भी सख्ती से निपटा जाएगा। इसके लिए उन्होने संबंधित गुरूद्वारा प्रबंधकों से भी प्रशासन को अपना पूरा सहयोग प्रदान करने का आहवान किया ताकि मेले को सफलतापूर्वक सम्पन्न करवाया जा सके। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन का प्रयास रहेगा कि मेले में आने वाले श्रद्धालुओं को मेला क्षेत्र में सभी प्रकार की सुविधाएं मिलें।

इसके अलावा मालवाहक वाहनों में श्रद्धालुओं के आने पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा जिसे लागू करने के लिए मेला समिति द्वारा व्यापक प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि गुरुद्वारों के माध्यम से भी संगत को मालवाहक वाहन में न आने का संदेश दिया जाएगा। इसके अलावा पड़ोसी राज्यों के अधिकारियों से भी आग्रह किया जा रहा है कि ऐसे मालवाहक वाहनों के माध्यम से आने वाले श्रद्धालुओं की आवाजाही को उनके स्तर पर ही पूर्ण प्रतिबंिधत करना सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने बाहरी राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं से अपील की है।

कि जान को जोखिम में डालकर मालवाहक वाहनों में सफर करने से परहेज करें। श्रद्धालु मेला में आने से पूर्व बसों के स्पेशल परमिट जारी करवाकर बसों में ही मेले में पहुंचें। प्रशासन द्वारा वाहन पार्किंग के लिए समुचित पार्किंग की व्यवस्था की जाएगी तथा पार्किंग स्थल पर फ्लड लाईटस भी लगाई जाएगी। उन्होंने कहा कि वाहनों की पार्किंग के लिए अस्थाई बस स्टैंड बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि मालवाहक वाहनों में आने पर पुलिस प्रशासन द्वारा दोषी के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी। 

एडीसी ने कहा कि श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए हिन्दी व पंजाबी भाषा में जगह-जगह साईन बोर्ड भी स्थापित किए जाएंगे। इस अवसर पर एएसपी संजीव भाटियाए, एसडीएम अंब विवेक महाजन, सीएमओ संजीव वर्मा सहित विभिन्न विभागों के अधिकारीगण उपस्थित रहे।