हरोली पुलिस ने पकड़े पशु चोर, 6 चोरियों का हुआ भंडाफोड़

हरोली पुलिस ने पकड़े पशु चोर, 6 चोरियों का हुआ भंडाफोड़

ऊना/ सुशील पंडित : हरोली पुलिस ने सिंगा मे पशु चोर गिरोह पकड़ा है। गत 31 मार्च को रात्रि को पवन कुमार की पशुशाला से अज्ञात व्यक्तियों द्वारा उसकी भैंस और भैंस के नवजात बछड़े को वहुत ही शातिराना तरीके से चोरों ने चोरी कर लिया था । रात के 12 बजे के आसपास उक्त चोरी हुई थी, परंतु मकान मालिक या किसी अन्य को इसकी भनक तक न लगी । इसके बाद पुलिस ने तुरंत मामला दर्ज करके अन्वेषण शुरू कर दिया और त्वरित कार्रवाई करते हुए अलग-अलग टीमों का गठन किया। पुलिस टीम ने 50 स्थानों पर दिन रात काम करके कैमरा चेक किये तथा साथ फील्ड वर्क करके और मुखबिर तंत्र को मजबूत करके केस को सुलझाया ।

गाड़ी का नम्बर एक कैमरे मे कैद मिला। फिर क्या था पुलिस ने पहले गाड़ी चालक को पंजाब के होशियारपुर के विक्रम सिंह का पता करके पुलिस छानबीन मे शामिल किया, जिससे पता चला कि वह तो केवल पशु को एक व्यक्ति के कहने पर लेने आ गया था, जिसको चोरी बारे कुछ न वताया गया था। बिक्रम ने वताया कि गढ़शंकर से एक व्यक्ति ने इससे पहले 2-3 बार पशु ढोने का आग्रह किया था तथा इसने 2-3 बार उसके पशुओं को एक जगह से दूसरी जगह पहुंचाया व किराया लिया था । ज्यादातर दिन के समय या प्रात: जल्दी ही वह आदमी इसे बुलता था परंतु 31 मार्च को शाम के समय बुलाया व बाद मे बहाना वनाकर रात 12 बजे तक सिंगा मे इसकी गाड़ी को खड़ी करके रखा ।

विक्रम ने मुख्य चोर का मोबाईल नमंबर पुलिस को वताया। पुलिस ने मुख्य चोर अमरजीत पुत्र प्यारा सिंह को खानपुर से ढूंढ लकया और पूछताछ में उसने बताया कि भैंस व वछड़ा गुरदासपुर मे 52000 रूपय मे वेच दिया है, जिसे पुलिस टीम ने गुरदासपुर में से बरामद करके हरोली पहुंचा कर शिकायतकर्ता से पहचान कर उसके हवाले कर दिया। सिंगा पंचायत के सभी वासियों ने पुलिस के कार्य की जमकर तारीफ की व कहा कि पशु चोरी को भी अगर इतनी गंभीरता से लिया गया है तो आम जनता हरोली पुलिस के हाथों मे सुरक्षित महसूस कर सकती है । चोर ने गुरदासपुर के आगे जाकर भैंस को बेच दिया था। भैंस के आते उस गरीब महिला की खुशी का ठिकाना न रहा, जिसके यहां से ये पशु चोरी हुए थे। ग्राम पंचायत सिंगा के प्रधान ने बताया कि पहले भी इस तरह की वारदातें ईलाका में होती रही हैं, लेकिन पुलिस द्वारा इस तरह व काफी कम समय में यह गुत्थी सुलझाना कोई उप्लब्धी से कम नहीं है। रिमांड के दौरान कई बडे़ राज चोरों द्वारा उगले जा सकते हैं। एक अन्य व्यक्ति का नाम भी घटना मे आ रहा है  जिसकी तलाश पुलिस कर रही है तथा बारदात में प्रयोग की गई बाईक जिससे रैकी की गई थी को भी अभी जब्त किया जाना शेष है।