बिहार: 3 महीने मे चौथी बदली, शिक्षा मंत्री बने पूर्व IPS सुनील कुमार
नई दिल्ली: बिहार की राजनीति पिछले कुछ महीनो से पेंडुलम पर सवार है। महागठबंधन की सरकार गिरने के बाद NDA की सरकार बनने तक के सफर में विभागों के कई अलग-अलग मंत्री बने। लेकिन बिहार की राजनीती का शिक्षा विभाग चर्चाओं का केंद्र बना हुआ है। जिसका कारण पिछले तीन महीने के अंदर बिहार में चार शिक्षा मंत्रीयो केतबादले है।
जनवरी में चंद्रशेखर बिहार के शिक्षा मंत्री थे, लेकिन अधिकारी के पाठक से विवाद के बीच चंद्रशेखर को शिक्षा मंत्री पद से हटा दिया गया। उसके बाद राजद कोटे के आलोक मेहता को बिहार का शिक्षा मंत्री बनाया गया। आलोक मेहता को शिक्षा मंत्री के पद से एक हफ्ते मे हटा दिया गया। बिहार में महागठबंधन की सरकार गिर गई और 28 जनवरी को एनडीए की सरकार बनी। जिसमे शिक्षा विभाग की जिम्मेदारी मंत्री विजय कुमार चौधरी को दी गई.
मंत्रिमंडल का विस्तार होने पर शिक्षा विभाग की जिम्मेदारी विजय कुमार चौधरी के कंधों से हटाकर पूर्व IPS सुनील कुमार को दे दी गई। करीब 45 दिनों तक शिक्षा विभाग की जिम्मेदारी विजय कुमार चौधरी के कंधों पर रही।