शौकिनों को बड़ा झटकाः देसी के बाद अंग्रेजी शराब के बढ़े रेट 

शौकिनों को बड़ा झटकाः देसी के बाद अंग्रेजी शराब के बढ़े रेट 

शिमला : देसी लाल परी के बाद हिमाचल में अंग्रेजी शराब भी महंगी हो गई है। नई आबकारी नीति के तहत बीते सालों की तुलना में सरकार के अधिक राजस्व जुटाने के लक्ष्य के बाद ठेकों की नीलामी अधिक कीमत पर होने की वजह से अंग्रेजी शराब की कीमतें बढ़ी हैं। कीमतें बढ़ने से पियक्कड़ों की जेब जल्द ढीली होगी। नए माली साल में बीते रोज ठेकों को संभालने वाले ठेकेदारों ने स्टॉक को उठा कर शराब की बोतल की कीमत भी ठेकों के बाहर चस्पां कर दी है।

नई कीमतों में जहां कुछेक ब्रांड के शराब की बोतल 20 रुपए सस्ती हुई है, वहीं अधिकांश ब्रांड की बोतल 85 रुपए तक महंगी हो गई है। शराब की कीमतों में अधिक बढ़ोतरी न हो सके, इस मकसद से सरकार नई आबकारी नीति में प्रदेश सरकार ने 4 स्लैब बनाकर अंग्रेजी शराब के दामों का युक्तिकरण कर दिया है। बीते रोज से लागू हुई प्रदेश की 2023-24 की आबकारी नीति के तहत शराब ठेके से कोई भी व्यक्ति अधिकतम 4 बोतल शराब और 24 बोतल बीयर ले जा सकता है। इससे अधिक शराब या बीयर की बोतलें ले जाने के लिए लाइसैंस की आवश्यकता होगी।

पियक्कड़ अपने घर में अधिकतम 4 बोतल शराब रख सकेंगे। ठेकों में तय दाम से अधिक कीमत वसूले जाने पर ग्राहक कर एवं आबकारी विभाग के अधिकारियों और निरीक्षकों को शिकायत भी कर सकते हैं। सभी शराब ठेकों में जल्द ही कर एवं आबकारी विभाग के अधिकारियों व निरीक्षकों के फोन नंबर चस्पां कर दिए जाएंगे। ज्ञात रहे कि सुखविंदर सरकार ने प्रदेश में नई आबकारी नीति लागू करने से पहले शराब के ठेकों की नीलामी की। शराब के ठेकों की नीलामी से खजाने में बीते माली साल के मुकाबले करीब 40 फीसद अधिक राजस्व आया है। जाहिर है कि ठेकों की नीलामी महंगी दरों पर हुई। नीलामी की बोली अधिक होने की वजह से शराब की कीमतें बढ़ी है।