एलपीजी प्लांट से स्थानीय ट्रक ऑपरेटरों को बाहर किए जाने पर भाजपा ने आपत्ति जताई

एलपीजी प्लांट से स्थानीय ट्रक ऑपरेटरों को बाहर किए जाने पर भाजपा ने आपत्ति जताई

प्रदेश सरकार हस्तक्षेप करते हुए टर्मिनल से गैस ढुलाई के रूप में ट्रक ऑपरेटर्स को रोजगार दिलवाए: सत्ती 

ऊना/ सुशील पंडित : ऊना सदर के विधायक सतपाल सिंह सत्ती, ऊना मंडल अध्यक्ष हरपाल सिंह गिल, जिला उपाध्यक्ष पीएल भारद्वाज, मैहतपुर नगर परिषद के उपाध्यक्ष अजय सोनी, कांगड़ा पद के पूर्व निदेशक बलवंत ठाकुर समेत अन्य भाजपा नेताओं ने इंडियन ऑयल के एलपीजी प्लांट रायपुर सहोड़ा से स्थानीय ट्रक ऑपरेटरों को बाहर किए जाने पर कड़ी आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार को स्थानीय लोगों के पक्ष में हस्तक्षेप करते हुए इस टर्मिनल से गैस ढुलाई के रूप में रोजगार उन्हें ही दिलवाना चाहिए। विधायक सतपाल सिंह सत्ती ने कहा कि इसी तरह का एक विवाद इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन के पेट्रोल और डीजल टर्मिनल पेखूबेला में भी पैदा हुआ था। जिसमें भाजपा ने हस्तक्षेप करते हुए न सिर्फ प्रदेश सरकार अपितु केंद्र सरकार तक इस मुद्दे को उठाया और तत्कालीन पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से मुलाकात करते हुए स्थानीय ट्रक ऑपरेटरों को यहां काम दिलवाया था। सतपाल सिंह सत्ती ने कहा कि प्रदेश सरकार को खुद इस मामले में हस्तक्षेप करते हुए स्थानीय लोगों के हितों की रक्षा के लिए कोर्ट में अपना पक्ष रखना चाहिए था। लेकिन अब वह खुद ट्रक ऑपरेटरों के इस मुद्दे को प्रदेश सरकार के समक्ष उठाएंगे इतना ही नहीं इस मुद्दे को केंद्र सरकार के समक्ष भी ले जाया जाएगा, ताकि बेरोजगार हो रहे करीब 150 ट्रक ऑपरेटरों और चालकों को इंसाफ दिलाया जा सके। सतपाल सिंह सत्ती ने कहा कि यदि प्रदेश सरकार इस मामले पर अपना उदासीन रवैया नहीं छोड़ती है तो वह खुद न्यायालय का दरवाजा खटखटाएंगे और इंडियन ऑयल कारपोरेशन के अधिकारियों द्वारा स्थानीय ट्रक ऑपरेटरों के साथ की जा रही नाइंसाफी के खिलाफ आवाज उठाई जाएगी। विधायक सतपाल सिंह सत्ती ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में केंद्र सरकार के सहयोग से बल्क ड्रग पार्क जैसे और भी कई बड़े औद्योगिक विकास प्रस्तावित है, ऐसे में यदि स्थानीय लोगों को रोजगार ही नहीं मिलेगा तो फिर इन बड़े औद्योगिक संस्थानों का हिमाचल प्रदेश को क्या लाभ होगा।