रिश्तों का कत्ल! मां-बाप की गला घोंटकर हत्या के मामले में साइको किलर को उम्रकैद

रिश्तों का कत्ल! मां-बाप की गला घोंटकर हत्या के मामले में साइको किलर को उम्रकैद

रायपुरः छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर की अदालत ने एक साइको किलर को उम्रकैद की सजा सुनाई है। आरोप है कि साइको किलर ने पहले मां-बाप की गला घोंटकर हत्या की और फिर रायपुर के घर में सेप्टिक टैंक में दफना दिया। उसके ऊपर एक फूल का पौधा लगा दिया। इसके बाद सब कुछ बेचकर पौने 2 करोड़ रुपए लेकर भोपाल चला गया। इस दौरान ऑनलाइन चैटिंग ऐप ऑरकुट पर पश्चिम बंगाल की युवती से साइको की दोस्ती हुई। 

प्रेमिका की भी गला घोंटकर कर दी थी हत्या

मीडिया रिपोट्स के मुताबिक, प्रेमिका की भी गला घोंटकर हत्या कर दी। प्रेमिका की लाश को पुराने संदूक में रखकर सीमेंट का घोल भरकर एक चबूतरा बना दिया। रायपुर जिला कोर्ट के विशेष न्यायाधीश एचएस टेकाम ने आखिरकार हत्यारे उदय दास को उसके करतूतों की सजा दे दी है। दरअसल, हत्यारा उदयन दास रायपुर स्थित मकान में पिता बीके दास और मां इंद्राणी के साथ रहता था। पिता भोपाल की भारत हैवी इलेक्ट्रिकल लिमिटेड (भेल) में फोरमैन थे, जबकि मां विध्यांचल भवन में एनालिस्ट की पोस्ट से रिटायर हुई थीं। आए दिन उदयन दास का मां-बाप से पैसों को लेकर झगड़ा होता था। इसी बीच साल 2007 में ऑनलाइन चैटिंग ऐप पर पश्चिम बंगाल के बांकुरा निवासी आकांक्षा उर्फ श्वेता (28) से उदयन दास की दोस्ती हुई।

मां-बाप की हत्या कर दफनाया, फिर किए शौक पूरे

साल 2010 में उदयन दास की पैसों की डिमांड बढ़ गई। पैसों की झिक-झिक में उदयन दास आपे से बाहर हो गया और माता-पिता की हत्या कर दी। इसके बाद रायपुर स्थित मकान के आंगन में सेप्टिक टैंक बनवाकर उसमें माता-पिता को दफना दिया। इसके बाद उसी के ऊपर एक फूल का पौधा लगाया, जिससे किसी को शक न हो। मां-बाप के रिटायरमेंट और मकान बेचकर करीब पौने 2 करोड़ रुपए की रकम हासिल की। इन पैसों से उसने पहले अपने शौक पूरे किए। पहले एक ऑडी फिर दूसरी होंडा सिटी सिविक का टॉप मॉडल खरीदा। उसके बाद भोपाल चला गया।

गर्लफ्रेंड को बुलाया भोपाल, फिर दफनाया

साल 2016 में उदयन दास ने प्रेमिका आकांक्षा को भोपाल बुलाया। उसपर भरोसा करके आकांक्षा ने घरवालों से अमेरिका में नौकरी करने का झूठ बोलकर भोपाल पहुंच गई। लिव-इन में रहते हुए उदयन दास का प्रेमिका से झगड़ा हो गया। इस बीच उदयन दास ने प्रेमिका को भी मौत के घाट उतार दिया। हत्या के बाद दो दिन तक लाश के साथ रहा। उसके बाद एक संदूक में लाश को ठूंसकर दफना दिया।