Hanuman Chalisa बजाने को लेकर हुआ विवाद, सड़कों पर उतरे लोग

Hanuman Chalisa बजाने को लेकर हुआ विवाद, सड़कों पर उतरे लोग

बेंगलुरुः कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में जमकर बवाल हो गया है। यहां के सिद्दन्ना लेआउट में अजान के समय हनुमान चालीसा बजाने को लेकर कुछ युवकों ने दुकानदार की पिटाई कर दी, जिसके बाद लोग सड़क पर उतर आए और विरोध प्रदर्शन करने लगे। इस दौरान उन्होंने जमकर नारेबाजी भी की। वहीं, विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए बीजेपी सांसद तेजस्वी सूर्या को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। सिद्दन्ना लेआउट में लोगों के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस भी मौके पर पहुंच गई है। वह लोगों को समझाकर मामला शांत करने के प्रयास में लगी हुई है। प्रदर्शन कर रहे लोगों से पुलिस की बहस भी हुई।

तेजस्वी सूर्या भी मंगलवार को विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लेने के लिए सिद्दन्ना लेआउट पहुंचे, जहां पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया। इस दौरान तेजस्वी अपने सांसदों से ‘सब चले जाओ’ कहते हुए भी नजर आए। तेजस्वी सूर्या ने बेंगुलरु के सिटी कमिश्नर से निष्पक्ष और पेशेवर तरीके से मामले की जांच करने की मांग की। उन्होंने कहा कि ईमानदार और मेहनती दुकानदार के साथ हनुमान चालीसा बजाना बंद करने से मना करने पर मारपीट की गई। इससे उन्हें गंभीर चोटें आई हैं। हालांकि, इस मामले में पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज करते हुए तीन युवकों को गिरफ्तार कर लिया है।

बीजेपी सांसद तेजस्वी सूर्या ने सिद्दरमैया सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि मैं सीएम और डिप्टी सीएम से पूछना चाहता हूं कि आप बिल्डिंग ब्रांड बेंगलुरू की बात करते हैं, लेकिन ऐसी कानून व्यवस्था में आप यह कैसे कर पाएंगे। कल मुकेश के साथ जो हुआ, वह शहर में कहीं भी शांति से, बिना किसी उकसावे के ईमानदारी से अपने काम पर जाने वाले किसी भी व्यक्ति के साथ हो सकता है। तेजस्वी ने कहा कि दो सप्ताह पहले एक बम विस्फोट हुआ था, उससे एक सप्ताह पहले पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगे थे और आज आपके पास दुकानदारों पर अकारण हमले हो रहे हैं। यह सरकार आखिर क्या संदेश देना चाह रही है? ऐसा क्यों है कि जब भी कांग्रेस पार्टी सत्ता में आती है तो समाज में अशांति और वैमनस्य पैदा करना वाले तत्वों का हौसला क्यों बढ़ जाता है? ऐसा क्यों है कि दिनेश गुंडू राव जैसे कैबिनेट मंत्री आरोपियों के बचाव में आते हैं और पीड़ित के न्याय के लिए खड़े नहीं होते?

दरअसल, 17 मार्च को 4-5 युवकों का एक समूह एक दुकानदार के पास आए और उससे हनुमान चालीसा को बंद करने को कहा। जब दुकानदार ने ऐसा नहीं किया तो उसके साथ युवकों ने मारपीट की। पीड़ित दुकानदार ने बताया कि मैं हनुमान चालीसा बजा रहा था। इसी दौरान 4-5 लोग आए और बोले कि यह अजान का समय है और फिर उन्होंने मुझे बुरी तरह पीटा। उन्होंने मुझे चाकू से मारने की धमकी भी दी।