भारतीय टीम को बड़ा झटकाः IPL 2024 और T20 World Cup से बाहर हुआ यह तेज गेंदबाज
नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट टीम को उस समय एक बड़ा झटका लगा जब स्टार तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी आईपीएल 2024 और फिर T20 वर्ल्ड कप 2024 से भी बाहर हो गए। बीसीसीआई सचिव जयशाह ने सोमवार को इसकी जानकारी दी. टखने की सर्जरी से उबर रहे शमी अब इस साल सितंबर में बांग्लादेश के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज के दौरान वापसी कर सकते हैं। भारत सितंबर में दो टेस्ट और तीन टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों के लिए बांग्लादेश की मेजबानी करेगा। शमी इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज से बाहर रहे। पिछले महीने हुई टखने की सर्जरी के कारण वह बाद इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के 22 मार्च से शुरू हो रहे आगामी सत्र से भी बाहर रहेंगे। शमी ने भारत के लिए अपना पिछला मैच वनडे विश्व कप 2023 के फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला था।
शाह ने मीडिया से कहा, ” शमी की सर्जरी हो गई है, वह भारत वापस आ गए हैं। बांग्लादेश के खिलाफ घरेलू सीरीज के लिए शमी की वापसी की संभावना है। लोकेश राहुल को इंजेक्शन की जरूरत थी, उन्होंने रिहैब (चोट से उबरने की प्रक्रिया) शुरू कर दिया है और एनसीए (राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी) में हैं।” राहुल दाहिने क्वाड्रिसेप्स (जांघ की मांसपेशियां) में दर्द की शिकायत के बाद इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला के आखिरी चार मैच नहीं खेल पाए थे। लंदन में इलाज कराने के बाद उनके आईपीएल में लखनऊ सुपरजायंट्स के लिए खेलने की उम्मीद हैं। बीसीसीआई सचिव ने ऋषभ पंत पर की चोट से उबरने और खेल में वापसी पर भी जानकारी दी।
उन्होंने कहा पंत आईपीएल में वापसी के लिए तैयार है। पंत दिसंबर 2022 में एक भीषण कार दुर्घटना के बाद से खेल से दूर है। शाह ने कहा, ” वह अच्छी बल्लेबाजी कर रहा है, वह अच्छी कीपिंग कर रहा है। हम जल्द ही उसे फिट घोषित कर देंगे। अगर वह टी20 विश्व कप खेल सका तो यह हमारे लिए बहुत बड़ी बात होगी। वह हमारे लिए एक अहम खिलाड़ी है। अगर वह कीपिंग कर सका तो वह विश्व कप खेल सकता है। देखते हैं कि वह आईपीएल में कैसा प्रदर्शन करता है।” इंडियन प्रीमियर लीग में विदेशी निवेश के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि यह संभव नहीं है क्योंकि बीसीसीआई कंपनी नहीं सोसाइटी है। बीसीसीआई सोसाइटी है और कोई इस में निवेश नहीं कर सकता है।” पिछले साल खबर आई थी कि सऊदी अरब की नजर आईपीएल में अरबों डॉलर के निवेश पर है। भारत में पंजीकृत सोसायटी केंद्र सरकार और भारतीय रिजर्व बैंक की मंजूरी के बिना विदेशी निवेश स्वीकार नहीं कर सकती है।