स्कूल में प्रिंसिपल ने दिया विवादित बयान, कहा-सविधान में अंबेडकर ने एक भी लाईन नहीं लिखी, देखें वीडियो

स्कूल में प्रिंसिपल ने दिया विवादित बयान, कहा-सविधान में अंबेडकर ने एक भी लाईन नहीं लिखी, देखें वीडियो

विवाद बढ़ने के बाद प्रिंसीपल ने मांगी माफी

रायसेन: एमपी के रायसेन स्थित जवाहर नवोदय विद्यालय के प्रिंसिपल का वीडियो वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो संविधान दिवस के दिन का है। स्कूल में आयोजित कार्यक्रम के दौरान प्रिंसिपल ने विवादित बयान दिया था। उन्होंने छात्रों को यह पाठ पढ़ाया है कि भारत का संविधान बाबा भीमराव आंबेडकर ने नहीं, बल्कि प्रेम बिहारी नारायण रायजादा ने लिखा है। बाबा भीमराव आंबेडकर ने संविधान की एक लाइन भी नहीं लिखी। वीडियो सामने आने के बाद जवाहर नवोदय विद्यालय बाड़ी के प्रिंसिपल जितेंद्र मिश्रा विवादों में घिर गए हैं। इसके बाद जिले में उनके खिलाफ विरोध शुरू हो गया है।उन्होंने कहा कि कई लोगों में यह अभी भी भ्रांति है कि भारत का संविधान बाबा भीमराव आंबेडकर ने लिखा है, पर ऐसा नहीं है।

उन्होंने यह बात संविधान दिवस पर नवोदय विद्यालय बाड़ी में आयोजित कार्यक्रम में कही। इसका वीडियो सामने आया। वीडियो देखने के बाद लोग आक्रोश जता रहे हैं और प्रिंसिपल को बर्खास्त करने की मांग कर रहे हैं। बीते दिनों संविधान दिवस पर जवाहर नवोदय विद्यालय बाड़ी के प्रिंसिपल जितेंद्र शर्मा ने गलत शिक्षा नीति के तहत यह कहा कि भारत का संविधान बाबा भीमराव आंबेडकर ने नहीं, बल्कि बिहार के प्रेम बिहारी नारायण रायजादा ने लिखा है। उनकी हैंडराइटिंग बहुत अच्छी थी, उनके हाथों से संविधान की किताब लिखी गई है। लोगों में अभी भी यह भ्रांति है कि भारत का संविधान भीमराव आंबेडकर ने लिखा है, पर ऐसा नहीं है। प्रिंसिपल ने कहा कि उन्होंने संविधान की एक लाइन नहीं लिखी है।

कई संगठनों ने प्रिंसिपल का किया विरोध

यही बात उन्होंने विद्यालय में उपस्थित छात्र-छात्राओं को भी दोहराई। कई संगठनों ने प्रिंसिपल की इस बात पर विरोध भी जताया है। वहीं, नवोदय विद्यालय बाड़ी प्रिंसिपल के पद से बर्खास्त करने की मांग भी की है। अहिरवार समाज संघ मध्य प्रदेश ने शिक्षा मंत्री भारत सरकार दिल्ली को भी एक पत्र सौंपा गया है। वहीं, अहिरवार समाज ने कहा कि नवोदय विद्यालय के प्रिंसिपल जीतेंद्र मिश्रा ने बाबा साहब की छवि धूमिल करने उनके संविधान निर्माण के योगदान की अनदेखी की।

एक केली ग्राफ को संविधान का निर्माता बताकर राष्ट्र समाज और आने वाली पीढ़ियों को भ्रमित करने के जुर्म में देशद्रोह के तहत मुकदमा कायम कर सेवा समाप्त कर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। मामले में जब शिक्षक से बात करने की कोशिश की तो उन्होंने फोन नहीं उठाया।

विवाद बढ़ने के बाद मांगी माफी

विवाद बढ़ने के बाद स्कूल के प्रिंसिपल ने एक वीडियो जारी कर माफी मांगी है। उन्होंने कहा कि 26 नवंबर को संविधान दिवस के अवसर पर मैंने बच्चों को जो भाषण दिया है, उसमें संविधान के निर्माता डॉ भीमराव अंबेडकर ही बताया है। बाबा साहब ने ही संविधान को बनाया था। मेरे कहने का तात्पर्य यह था कि उसकी प्रतिलिपी प्रेम बिहारी नारायण रायजादा ने की थी। इस बात से सभी को ठेस पहुंची है। इसके लिए मैं माफी मांगता हूं। बाबा साहेब हमारे देश के अनमोल रत्न हैं। मैं उनका दिल से समान करता हूं। उसे गलत तरीके से नहीं लिया जाए।