ठेकेदारों को हमारा पूरा समर्थन,मशीनरी बेचकर ठेकेदार परिवार और मजदूरों का कर रहे निर्वाहन
बैंक से करोड़ों का लॉन लेकर ठेकेदारों ने डाली हैं मशीनरी, पैसे का भुगतान न होने पर कहा से देंगे बैंक को किस्तें
ऊना/सुशील पंडित: जिला ऊना में ठेकेदारों के भुगतान में हो रही देरी के मुद्दे पर भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व विधायक दविंदर भुट्टो ने उनका समर्थन करते हुए राज्य की सुक्खू सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि सुक्खू सरकार ने ठेकेदारों से टैंडर लेकर काम तो करवा लिया, लेकिन जब कार्य पूरा हो गया, तब सरकार ठेकेदारों को भुगतान करने से बच रही है। इसके कारण ठेकेदारों और उनके कर्मचारियों को भारी कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है।
भुट्टो ने कहा कि ठेकेदारों ने बैंकों से कर्ज लेकर अपनी मशीनरी खरीदी है, और योजनाओं के तहत कार्य पूरा किया है । अब जब कार्य पूरा हो चुका है, तो सरकार ठेकेदारों का भुगतान क्यों नहीं कर रही है। इस स्थिति में ठेकेदार और उनकी लेबर दोनों ही आर्थिक संकट का सामना कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब ठेकेदारों का भुगतान नहीं होगा, तो उन्हें अपने परिवारों और मजदूरों का भरण-पोषण करने में मुश्किलें आ सकती हैं। दविंदर भुट्टो ने सुक्खू सरकार पर आरोप लगाया कि वह ठेकेदारों की मेहनत का सही मूल्य नहीं चुका रही है। उन्होंने यह भी कहा कि ठेकेदार अपनी मशीनरी बेचने पर मजबूर हो रहे हैं ताकि वे अपने कर्मचारियों का भुगतान कर सकें। इसके बावजूद, ठेकेदारों को लगातार दबाव का सामना करना पड़ रहा है और वे मजबूर हो रहे हैं कि वे भूख हड़ताल जैसी कठोर कार्रवाई करें।
भुट्टो ने यह भी स्पष्ट किया कि भाजपा ठेकेदारों के साथ है और वह सरकार से यह सवाल करेगी कि जब कार्य पूरा हो चुका है, तो भुगतान क्यों नहीं किया जा रहा है? दविंदर भुट्टो का कहना है, कि सुक्खू सरकार द्वारा जो ठेकेदारों को टैंडर दिए गए। जब कार्य पूरा हो चुका है,तो पैसा क्यों नहीं दे रही है,आखिर सुक्खू सरकार ने उस पैसे की कहा बंदर बांट कर दी है। उन्होंने इस की आलोचना करते हुए यह भी कहा कि इस स्थिति का कोई स्पष्ट समाधान नहीं दिख रहा है। ठेकेदारों और उनके परिवारों के लिए यह एक गंभीर संकट बन चुका है। जब तक सरकार ठेकेदारों का भुगतान नहीं करती, तब तक वे अपनी मशीनरी बेचने, कर्मचारियों का भुगतान करने और अपने परिवारों का भरण-पोषण करने के लिए मजबूर होंगे। उन्होंने कहा कि सुक्खू सरकार इस मुद्दे को गंभीरता से लें और ठेकेदारों का भुगतान शीघ्र करें ताकि उनका और उनके कर्मचारियों का जीवन आसान हो सके। उनका कहना है कि यदि जल्द ही इस पर कोई ठोस कदम नहीं उठाए जाते तो ठेकेदारों को भूख हड़ताल जैसी कठोर कार्रवाई करने के लिए बाध्य होना पड़ेगा। भुट्टो ने कहा कि राज्य की सुक्खू सरकार का यह दायित्व है कि वे विकास कार्यों के लिए ठेकेदारों को समय पर भुगतान करें, ताकि कामकाजी माहौल बने और विकास परियोजनाओं में रुकावट न आए। इस समय जो स्थिति बनी हुई है, वह राज्य सरकार की छवि को प्रभावित कर सकती है, और यह उसे आगामी चुनावों में भी भारी पड़ सकता है।
दविंदर भुट्टो ने कहा कि अगर एक सप्ताह के भीतर ठेकेदारों की देहनदारी का भुगतान नहीं हुआ तो ठेकेदार भूख हड़ताल के साथ साथ हर मंडल चौराहे पर राज्य की सुक्खू सरकार के खिलाफ आंदोलन करने पर मजबूर होंगे। भुट्टो ने कहा कि यह स्थिति न केवल ठेकेदारों के लिए परेशानी का कारण बन रही है, बल्कि इससे राज्य सरकार की छवि पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। अगर सरकार इस मुद्दे का समाधान नहीं करती है, तो यह न केवल ठेकेदारों के लिए एक बड़ा संकट बन सकता है, बल्कि सुक्खू सरकार के लिए भी एक राजनीतिक चुनौती बन सकती है।