लुधियानाः कश्मीर के पहलगाम में बीती दिन हुए सैलानियों पर आतंकवादी हमले की पंजाब के शाही इमाम मौलाना मुहम्मद उस्मान रहमानी लुधियानवी ने कड़े शब्दों में निंदा की। इस घटना को उन्होंने इंसानियत के लिए शर्मनाक बताया। कश्मीर में आतंकी हमले के रोष में ऐतिहासिक जामा मस्जिद के बाहर आतंकवाद का पुतला फूंककर रोष प्रदर्शन किया गया। आतंकी हमले में मारे गए लोगों के साथ हमदर्दी का इजहार किया गया। इस मौके पर शाही इमाम पंजाब मौलाना मुहम्मद उस्मान लुधियानवी ने कहा कि धर्म पूछकर बेकसूर लोगों को मारना कायरतापूर्ण है।
कुरान पाक में स्पष्ट शब्दों में कहा गया है कि किसी एक भी बेकसूर इंसान का कत्ल पूरी इंसानियत का कत्ल है। अपने आप को मुसलमान कहने वाले यह आतंकवादी किसी कीमत पर इस्लाम के पैरोंकार नहीं हो सकते। देशभर में मुसलमान और हिंदुओं में नफरत फैलाने की ना सिर्फ एक साजिश है, बल्कि निहत्थे सैलानियों के खिलाफ किया गया एक घिनौना कार्य है। जिसकी आरोपियों को सख्त से सख्त सजा मिलकर रहेगी। शाही इमाम ने कहा कि इसकी सिर्फ जांच ही नहीं होनी चाहिए बल्कि जालिमों को सरे बाजार फांसी दी जानी चाहिए। धर्म को लेकर कहा कि हम सबको एकता बनाकर रखनी है, क्योंकि आतंकवाद का मकसद एकता और अखंडता को तोड़ना ही है।
बदकिस्मती के साथ 1947 में पाकिस्तान की स्थापना की गई और तब से अब तक वह एक अच्छा पड़ोसी नहीं बन सका। इस पड़ोसी ने हमेशा ही साजिश रची हैं जिसका नतीजा यह है कि वह खुद भी आज नफरत की आग में झुलस रहा है। भारत सरकार को चाहिए कि इसका मुंह तोड़ जवाब दिया जाए। इस आतंकी हमले में मारे गए सभी लोगों को एक-एक करोड़ रूपया सहायता राशि दी जाए और रचे गए इस षड्यंत्र का पर्दाफाश किया जाए ताकि कश्मीर में जो सदभावना का माहौल बना हुआ था उसे दोबारा से स्थापित किया जा सके। उन्होंने कहा कि आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता इसलिए ऐसे नाजुक समय में हम सभी लोगों को सियासत करने की बजाय दुश्मन का मुकाबला करने और पीड़ितों का दुख बांटने की ओर कदम बढ़ाना चाहिए।