पंजाब के किसानों का SYL मुद्दे को लेकर प्रदर्शन, भारी पुलिस बल तैनात, देखें वीडियो

पंजाब के किसानों का SYL मुद्दे को लेकर प्रदर्शन, भारी पुलिस बल तैनात, देखें वीडियो

चंडीगढ़ः एसवाईएल के मुद्दे को लेकर चंडीगढ़ पहुंच रही केंद्रीय टीम के विरोध में किसान मोहाली में जगह-जगह प्रदर्शन किया जा रहा है। इसी के चलते चंडीगढ़ से सटे मोहाली में आज पांच किसान संगठन प्रदर्शन के लिए जुट रही हैं। किसानों को रोकने के लिए भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। पुलिस का कहना हैकि एसवाईएल मुद्दे पर हरियाणा और पंजाब के मुख्यमंत्रियों की बैठक का किसान विरोध कर रहे हैं। जिसके चलते पुलिस बल तैनात किया गया है। दरअसल, केंद्र की ओर से गठित टीम बैठक के लिए चंडीगढ़ आ रही है। यह बैठक केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के नेतृत्व में होगी।

चंडीगढ़ से सटे मोहाली में पंजाब के पांच किसान संगठन आज प्रदर्शन के लिए एकत्रित हो रहे हैं। वे SYL के मुद्दे पर होने वाली हरियाणा और पंजाब के मुख्यमंत्री की बैठक का विरोध कर रहे हैं। इस बैठक में केंद्र द्वारा गठित टीम भी आ रही है। वहीं केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के नेतृत्व में यह मीटिंग होगी। पंजाब के किसान संगठन हरियाणा को पानी देने का विरोध कर रहे हैं। इसलिए पांच किसान संगठनों की ओर से विरोध प्रदर्शन का ऐलान किया गया है। किसान संगठनों ने दो दिसंबर को किसान भवन चंडीगढ़ में बैठक कर इसकी घोषणा की थी।

किसान संगठनों की तरफ से 18 जनवरी से चंडीगढ़ में भी प्रदर्शन का ऐलान किया है। किसान पंजाब में गिरते पानी के स्तर को लेकर प्रदर्शन करेंगे। इसमें किसानों की तरफ से 8 जनवरी को चंडीगढ़ के अधिकारियों से मुलाकात की जाएगी। किसान गांवों में जाकर इसके लिए पोस्टर भी बांट रहे हैं। किसानों का पानी के साथ-साथ चंडीगढ़ के फेडरल स्ट्रक्चर का मुद्दा भी उठाया जाएगा। उनका आरोप है कि केंद्र सरकार अपनी सत्ता का दुरुपयोग कर पंजाब से पानी दूसरे प्रदेश में भेजने का दबाव बना रही है।

चंडीगढ़ के सेक्टर 35 स्थित किसान भवन में पांच किसान संगठनों की बैठक हुई थी। इसमें भारतीय किसान यूनियन की तरफ से बलवीर सिंह राजोबाल, ऑल इंडिया किसान फेडरेशन की तरफ से प्रेम सिंह, किसान संघर्ष कमेटी की तरफ से कमलप्रीत पन्नू, भारतीय किसान यूनियन मानसा की तरफ से भोग सिंह और आजाद किसान संघर्ष कमेटी की तरफ से हरजिंदर सिंह टांडा के साथ कई अन्य किसान नेताओं ने हिस्सा लिया था। इस बैठक में आंदोलन के लिए की जाने वाली तैयारियों पर चर्चा की गई थी।