पटियाला: देशभर में दिवाली का त्योहार बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है, लेकिन इस बार पटियाला के महंतों का दिवाली का त्योहार मनाने का अंदाज बेहद अनोखा रहा। हर साल महंत बाजारों में नृत्य, गीत और अन्य रंगारंग प्रदर्शन करके दिवाली का उल्लास बढ़ाते थे, वहीं इस बार उन्होंने बिना कुछ किए मनाया।
पिछले कई सालों से दिवाली के त्योहार से पहले पटियाला के बाजारों में महंत नाच-गाना करते थे, यह प्रथा सदियों से चली आ रही है, लेकिन इस बार महंतों ने एसा कुछ भी नही किया। इस अनोखे अंदाज को देखकर लोग भी खुश हुए और महंतों को दिवाली के तोहफे के तौर पर दिल खोलकर दान दिया।
दरअसल, महंतों ने इस तरह शांतिपूर्वक दिवाली मनाकर लोगों भी शांतिपूर्वक दिवाली मनाने का संदेश बाजारों में फैलाया। पटियाला के हर चौराहे पर उन्होंने अपनी मौजूदगी दर्ज कराई, लेकिन इस बार उन्होंने शोर-शराबे की जगह शांति का माहौल दिया। महंतों द्वारा शांती का संदेश देने का फैसला लोगों को काफी पसंद आया। महंतों ने संदेश दिया कि सच्ची दिवाली दिल से खुशियां मनाने में है, न कि शोर-शराबे और शराब या नाच-गाने में।