लुधिय़ाना। शहर से एक बुजुर्ग को कागजों में मृत घोषित करने की खबर सामने आई है। जहां, मैं जिंदा हूं, खुद को बताने के लिए सरकारी दफ्तरों का बुजुर्ग चक्कर लगा रहा है। दफ्तरों के चक्कर लगा रहे बुजुर्ग ने कहा कि मेरी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। बुजुर्ग शख्स ‘मैं जिंदा हूं’ का पर्चा लेकर डीसी ऑफिस के चक्कर लगा रहा है और दावा कर रहा है कि उसे जिंदा होते हुए भी मृत घोषित कर दिया गया है। उनका आरोप है कि डीसी ऑफिस, नगर आयुक्त और अन्य सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगाते-लगाते जूते घिस गए, लेकिन अधिकारी यह स्वीकार नहीं कर रहे हैं कि उनकी मौत के फर्जी दस्तावेज तैयार कर उन्हें जीवित नहीं बताया जा रहा है।
पीड़ित ने बताया कि उसकी यूपी के मुजफ्फरनगर में प्रॉपर्टी है। वर्ष 2015 में वहां की एक महिला ने कुछ लोगों के साथ मिलकर अपने नाम से लुधियाना नगर निगम का फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनाया। श्री कीरतपुर साहिब में भी उनके फूल तरण को लेकर सर्टिफिकेट बनाया गया। फर्जी दस्तावेजों के आधार पर आरोपी ने अपनी संपत्ति की रजिस्ट्री नगर निगम मुजफ्फरनगर में करा ली। पीड़ित के मुताबिक घटना की जानकारी होने पर वह मुजफ्फरनगर पहुंचा। लेकिन उन्हें मृत घोषित करने संबंधी फर्जी दस्तावेज तैयार किए जाने के बावजूद लुधियाना नगर निगम अधिकारी कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। वह नगर निगम, उपायुक्त कार्यालय सहित विभिन्न सरकारी कार्यालयों के कई चक्कर लगा चुके हैं। फिर उसकी कोई सुनवाई नहीं हुई।
दोषी पाये जाने पर अधिकारी के खिलाफ की जाएगी कार्रवाई
मामले बारे लुधियाना के एडीसी जनरल मेजर आमिर सरीन ने जानकारी देते हुए जांच की बात कही है। संबंधित विभाग से सभी दस्तावेज मांगे गए हैं और वे पूरे मामले की जांच कर रहे हैं। अगर कोई अधिकारी दोषी पाया जाता है, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।