बरसात मुहाने पर नालों की सफाई नहीं हो पाई
-पूर्व नगर परिषद अध्यक्ष ने नगर निगम पर उठाए सवाल
ऊना/ सुशील पंडित: मुहाने पर खड़ी बरसात ने शहरवासियों की चिंता बढ़ा दी है। लोगों को अभी से बरसात के दिनों में जलभराव की चिंता सतानी शुरु हो गई। नगर निगम ऊना द्वारा समय रहते नालों की सफाई नहीं करवाई जा सकी है। ऐसे में आने वाले दिनों में ऊना शहर के लोगों को जलभराव की समस्या गहराने की आशंका बढ़ गई है। नगर परिषद ऊना की पूर्व अध्यक्ष व पार्षद पुष्पा देवी ने कहा कि हर साल बरसात के दिनों में नालों की सफाई करवाई जाती है, लेकिन इस बार नालों की सफाई नहीं हो पाई है। उन्होंने कहा कि ऐसे में लोगों को जलभराव की समस्या का सामना करना पड़ सकता है। उन्होंने कहा कि शहर के विभिन्न इलाकों में नालों की हालत बद से बदतर बनी हुई है। गंदगी, प्लास्टिक और मलबा जमा होने के कारण पानी का बहाव पूरी तरह अवरुद्ध हो चुका है। इस बारे में स्थानीय लोग भी उनसे कई बार गुहार लगा चुके है, लेकिन अधिकारियों द्वारा इस पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।
पुष्पा देवी ने बताया कि वार्ड नंबर 1, 5, 9, वार्ड नंबर 10, 11 रामपुर एरिया में बड़े-बड़े नाले हैं। जिन्हें हर साल बरसात से पहले जेसीबी के साथ साफ करवाया जाता था, लेकिन अब नगर परिषद को नगर निगम का दर्जा मिल चुका है, लेकिन इस बार नगर निगम के अधिकारियों द्वारा इन नालों की सफाई के लिए कोई कार्रवाई नहीं की गई है। अब बरसात शुरु हो चुकी है। ऐसे में लोगों को अपने घरों में बरसाती पानी घुसने की चिंता शुरु हो गई है। उन्होंने कहा कि अगर जल्द नालों की सफाई नहीं करवाई गई तो पहली ही बारिश में दुकानों व घरों में पानी घुसने का खतरा पैदा हो जाएगा।
पुष्पा देवी ने बताया कि इसके अलावा शहर की विभिन्न गलियों की हालत भी खस्ता पड़ी हुई है। गलियों की रिपेयर का काम नहीं हो पा रहा है। गलियों की रिपेयर के लिए आउटसोर्स पर रखे कामगारों को निकाल दिया गया है। अब नए टेंडर नहीं हो पाए है। ऐसे में गलियों की रिपेयर नहीं हो रही है। उन्होंने कहा कि गलियों में गहरे गडढे पड़ चुके है, जोकि हादसों का कारण बन रहे है। लोग लगातार ऐसी समस्याएं लेकर उनके पास आ रहे है, लेकिन गलियों की दशा को भी नहीं सुधारा जा रहा है। उन्होंने कहा कि नगर निगम अधिकारियों को लोगों की समस्याओं का समाधान करना चाहिए। अन्यथा नगर निगम को जनता के आक्रोश का सामना करना पड़ेगा।