नई दिल्ली: मध्य प्रदेश और राजस्थान समेत कई जगहों पर मिलावटी सिरप से हुई बच्चों की मौत के बाद अब विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने एडवाइजरी जारी की है। इस दौरान उन्होेंने दुनिया के सभी देशों से अपील की है कि अगर उनके यहां ये सिरप मिलें तो तुरंत इसकी जानकारी WHO को दें। इनमें सबसे चर्चित सिरप ‘कोल्डरिफ’ भी शामिल है, जो हाल ही में बच्चों की मौत के बाद विवादों में आया था। दरअसल, मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में कोल्ड्रिफ कफ सीरप के सेवन से 23 नवजात बच्चों की जान गई है।
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WHO Issues Global Alert Over Contaminated Indian Cough Syrups Linked to Child Deaths
इसके बाद इस कफ सीरप को भारत में कई राज्यों की सरकार ने बैन कर दिया है। इस जानलेवा कफ सीरप को लेकर डब्ल्यूएचओ ने खुद संज्ञान लिया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा कि भावित दवाएं श्रीसन फार्मास्युटिकल की कोल्ड्रिफ, रेडनेक्स फार्मास्युटिकल्स की रेस्पिफ्रेश टीआर और शेप फार्मा की रीलाइफ के विशिष्ट बैच हैं। स्वास्थ्य एजेंसी ने कहा कि दूषित उत्पाद गंभीर जोखिम पैदा करते हैं। इसके साथ ही गंभीर संभावित रूप से जानलेवा बीमारी का कारण भी बन सकते हैं।
वहीं, भारत के स्वास्थ्य प्राधिकरण, केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन ने विश्व स्वास्थ्य संगठन को बताया कि सीरप का सेवन कथित तौर से पांच साल से कम उम्र के बच्चों ने किया था। बताया गया कि इस खांसी की दवा में विषाक्त डयथिलीन ग्लाइकॉल की मात्रा तय सीमा से करीब 500 गुना अधिक थी। हालांकि, CDSCO ने कहा कि इनमें से कोई भी दूषित दवा भारत से निर्यात नहीं की गई है और अवैध निर्यात का कोई सबूत नहीं है। अमेरिकी खाद्य एवं औषधि प्रशासन ने शुक्रवार को पुष्टि की कि ये विषाक्त कफ सिरप संयुक्त राज्य अमेरिका नहीं भेजे गए थे।

