सुक्खू सरकार में कानून व्यवस्था की बिगड़ती हालत, हर दिन हो रही फिरौती ,हत्याएं,लूटपाट की घटनाएं
ऊना/सुशील पंडित: कुटलैहड़ के वरिष्ठ भाजपा नेता एवं पूर्व विधायक दविंदर भुट्टो ने प्रदेश के वरिष्ठ भाजपा नेता, पूर्व मंत्री वीरेंद्र कंवर को मिली फिरौती की धमकियों पर कड़ा संज्ञान लेते हुए उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। दविंदर भुट्टो ने कहा कि पूर्व मंत्री वीरेंद्र कंवर भाजपा के वरिष्ठ नेता और हमारे सम्माननीय है और ऐसी घटनाएं न केवल एक वरिष्ठ जनप्रतिनिधि की सुरक्षा पर सवाल खड़ा करती है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि अब अपराधी तत्व इतने बेखौफ हो गए हैं कि वे देश के लोकतांत्रिक ढांचे के मजबूत स्तंभों को भी निशाना बना रहे हैं।
दविंदर भुट्टो ने स्पष्ट तौर पर कहा है कि इस मामले की जांच उच्च स्तर पर होनी चाहिए, ताकि यह सामने आ सके कि इसके पीछे कौन ताकतें काम कर रही हैं और उनका उद्देश्य क्या है। पूर्व विधायक भुट्टो ने सुक्खू सरकार पर आरोप लगाया है कि प्रदेश की कानून व्यवस्था पूरी तरह चरमरा चुकी है। उन्होंने कहा कि हर दिन लूटपाट, मर्डर, डकैती और गोलीकांड जैसी घटनाएं आम होती जा रही हैं। भुट्टो ने सवाल उठाया कि क्या यही है सुक्खू सरकार का ‘व्यवस्था परिवर्तन’? उन्होंने यह भी कहा कि जनता अब खुद को असुरक्षित महसूस कर रही है और प्रशासन मूकदर्शक बना हुआ है।
भुट्टो ने कहा कि पिछले अढ़ाई वर्षों में हिमाचल प्रदेश में अपराध के मामलों में अप्रत्याशित वृद्धि देखी गई है। चाहे वो सड़क पर आम जनता से छीनाझपटी हो या फिर संगठित गिरोहों की गतिविधियाँ हर पहलू पर सरकार की निष्क्रियता उजागर हो रही है। बड़े शहरों से लेकर छोटे कस्बों तक, अपराधियों के हौसले बुलंद हैं। भुट्टो ने कहा कि जिस राज्य को पहले देवभूमि और शांतिप्रिय और सुरक्षित माना जाता था, वहां अब लोग अपने घरों और दुकानों में भी सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे। यह स्पष्ट संकेत है कि पुलिस प्रशासन या तो राजनीतिक दबाव में है, या फिर उनकी क्षमता और संसाधनों की भारी कमी है। भुट्टो ने कहा कि सुक्खू सरकार ने जब सत्ता संभाली थी, तब उन्होंने ‘व्यवस्था परिवर्तन’ का वादा किया था। लोगों को उम्मीद थी कि यह परिवर्तन शिक्षा, स्वास्थ्य, बुनियादी ढांचे और पारदर्शिता के क्षेत्र में दिखाई देगा। लेकिन जिस तरह से प्रदेश में कानून व्यवस्था का पतन हुआ है, वह इस नारे को खोखला साबित कर रहा है।
भुट्टो का कहना है कि परिवर्तन के नाम पर प्रदेश को अराजकता की ओर धकेला जा रहा है। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि सरकार ने जल्द ही इस पर ठोस कदम नहीं उठाए, तो जनता को सड़कों पर उतरने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। भुट्टो ने कहा कि कुछ लोग इस मुद्दे को राजनीतिक चश्मे से भी देख सकते हैं और कह सकते हैं कि भाजपा नेता सरकार को बदनाम करने के लिए ऐसे आरोप लगा रहे हैं। लेकिन सवाल यह उठता है कि अगर पूर्व मंत्री वीरेंद्र कंवर को जान से मारने की धमकी मिल रही है, तो आम आदमी कितनी असुरक्षित स्थिति में होगा? यह सिर्फ एक राजनीतिक बयान नहीं, बल्कि प्रदेश की सुरक्षा व्यवस्था पर एक चेतावनी है। दविंदर भुट्टो द्वारा उठाए गए सवाल हिमाचल प्रदेश की वर्तमान प्रशासनिक और सामाजिक स्थिति की गंभीरता को उजागर करते हैं। इस मौके पर भाजपा मंडल कुटलैहड़ के राजेन्द्र मलांगड़,राज कुमार वर्मा, जिला पार्षद सदस्य कृष्ण पाल शर्मा,भाजपा नेता बलराम बबलू मौजूद रहे।