अमृतसरः तख्त श्री पटना साहिब के पूर्व जत्थेदार ज्ञानी रणजीत सिंह गौहर सचखंड श्री हरिमंदर साहिब में नतमस्तक हुए। बीते दिनों पांच सिंह साहिबान की ओर से ज्ञानी रणजीत सिंह गौहर-ए-मस्कीन की पंथक सेवाओं पर लगी रोक हटाई गई थी। उसके बाद पहली बार श्री दरबार साहिब में नतमस्तक होकर गुरु घर का धन्यवाद किया।
ज्ञानी रणजीत सिंह मीडिया से बातचीत करते कहा कि 21 मई को हुई 5 सिंह साहिबान की बैठक में उनकी पंथक सेवाओं पर लगी रोक हटा दी गई, लेकिन उसके बाद तख्त श्री पटना साहिब की प्रबंधक समिति और पांच प्यारे साहिबान द्वारा श्री अकाल तख्त साहिब की सर्वोच्चता को चुनौती देते ज्ञानी कुलदीप सिंह गड़गज्ज को तनख्वाहिया घोषित कर दिया गया। उन्होंने कहा कि तख्त श्री पटना साहिब की प्रबंधक समिति की अवधि पूरी हुए 2 साल हो चुके हैं और समिति के अध्यक्ष तथा अन्य नेता सिख मर्यादा का अपमान कर रहे हैं।
अमृतपाल सिंह मेहरों की ओर से कंचन कुमारी उर्फ कमल कौर भाभी के कत्ल को पूरी तरह गलत बताते ज्ञानी रणजीत सिंह ने कहा कि किसी भी व्यक्ति या औरत का कत्ल करना कभी भी सही नहीं ठहराया जा सकता। अमृतपाल से सवाल करते उन्होंने कहा कि यदि करना है तो गांवों में जाकर प्रचार करें, क्योंकि बड़े पैमाने पर धर्म परिवर्तन हो रहा है।