मोहालीः चंडीगढ़ में किसान भवन में संयुक्त किसान मोर्चा के राष्ट्रीय नेताओं के बीच हुई बैठक में प्रशासन और केंद्र सरकार द्वारा किसानों की मांगों की अनदेखी का आरोप लगाते हुए नेताओं ने देश भर में 26 नवंबर को राज्य स्तरीय आंदोलन दिवस मनाने का ऐलान किया है। इस दौरान बलवीर सिंह राजेवाल ने बताया कि 5 साल पहले 26 नवंबर को किसान मुद्दों पर संघर्ष शुरू हुआ था।
इसी को ध्यान में रखते हुए उन्होंने कहा कि विभिन्न राज्यों और स्थानों पर इसे संघर्ष दिवस के रूप में मनाया जाएगा। दूसरी ओर नेताओं ने यह भी ऐलान किया कि अमेरिका और पश्चिमी देशों के दबाव में जो केंद्र सरकार खेती और इससे जुड़े सहायक कारोबारों के लिए ऐसे कदम उठाएगी जो किसानों के हित में नहीं होंगे, किसान उन्हें कभी स्वीकार नहीं करेंगे। बाढ़ की बात करते हुए किसान नेताओं ने कहा कि यह एक मानव-निर्मित समस्या थी न कि प्राकृतिक आपत्ति थी।
बलवीर सिंह राजेवाल ने आरोप लगाया कि बीबीएमबी पंजाब को तबाह करने की साजिश में लगी हुई है। उन्होंने पानी के मुद्दे पर भी BBMB की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि वह हरियाणा और पंजाब के किसानों को आपस में उलझाने की कोशिश कर रहा है। पंजाब मंडी बोर्ड द्वारा मोहाली स्थित पुड्डा को अपनी मंडी बिक्री के नियमों पर भी किसान नेताओं ने सख्त आपत्ति जताई।
