डेराबस्सीः कॉलेज रोड पर स्थित एक कोचिंग सेंटर पर 50 लाख की फिरौती की मांग को लेकर धमकी भरा पत्र मिलने से सनसनी फैल गई। कोचिंग सेंटर में 6 महीने पहले एक करोड़ रु की फिरौती की मांग को लेकर फायरिंग भी की गई थी। खुद को गोल्डी बराड़ गैंग से जुड़ा बताते सेंटर की सीढ़ियों में यह पर्ची मुंह ढके एक कम उम्र के लड़के ने फेंकी और तुरंत भाग निकला। सीसीटीवी में उसका आना जाना कैद हो गया है। डेराबस्सी पुलिस ने इस केस के तार पुराने केस से जोड़ते हुए गंभीरता से पड़ताल शुरू कर दी है।
जानकारी मुताबिक एजुकेशन प्वाइंट नामक इस आइलेट्स सेंटर में मंगलवार को 12 बजकर 13 मिनट पर यह हादसा हुआ। कपड़े से मुंह ढके एक लड़का पहली मंजिल की सीढ़ियां चढ़ता दिखा। उसी समय सेंटर के एक कर्मी रमनप्रीत सीढ़ियां उतरते हुए देख वह पर्ची फेंककर तेजी से सड़क पार कर भाग गया। वहां पहले से इंतजार कर रहे साथी की बाइक पर बैठ कॉलेज की ओर फरार हो गया। पर्ची उठाते ही रमनप्रीत ने तुरंत सेंटर मालिकों को फोन किया जो उस समय लालडू में किसी काम से गए हुए थे। हरविंदर ने इसकी सूचना पुलिस को दी जिसके बाद से पुलिस सेंटर समेत आसपास के दर्जनों सीसीटीवर खंगाल कर पड़ताल में जुटी है। पर्ची में लिखा है कि पहले एक खोके की डिमांड की थी। अबकि बार ऐसे ही छोड़ रहे हैं। अगर पुलिस को खबर की तो जान से हाथ धो बैठेगा।
डेराबस्सी डीएसपी विक्रम बराड़ ने कहा कि पुलिस मामले की गंभीरता से ले रही है। पहले भी फायरिंग करने वाले 24 घंटे में पकड़ लिए गए थे और अभ भी जल्द ही आरोपियों की पहचान कर उन्हें पकड़ लिया जाएगा। उन्हाेंने बताया कि पुराने मामल में मास्टर माइंड विशाल खान समेत कुल एक दर्जन आरोपी पकड़े जा चुके हैं और ज्यादातर अब भी जेल में हैं।
इसी कोचिंग एवं इमीग्रेशन सेंटर में घुसकर पिछले साल 19 सितंबर को 2 नकाबपोश युवकों ने पहली मंजिल पर फायरिंग की थी। फायरिंग से पहले वे रिसेप्शन पर बैठी महिला के पास एक खोखा (एक करोड़) की फिरौती भरी चिट्ठी छोड़ आए थे। मनजीत गुरी नामक खेड़ी गुज्जरां से तिहाड़ जेल में बंद गैंगस्टर के नाम से यह फिरौती मांगी गई। लौटते हुए कुल चार फायर किए थे। पुलिस ने वारदात के 24 घंटे से भी कम समय में गिरफ्तार कर लिया था।