लुधियाना: सिविल अस्पताल के सिविल सर्जन डा.जसबीर सिंह ओलख द्वारा अपने ही स्टाफ का स्टिंग आपरेशन करवाने का मामला सामने आया है। जानकारी के मुताबिक कुछ दिनों से सिविल सर्जन को शिकायत मिल रही थी कि डोप टेस्ट के नाम पर कुछ लोग रिश्वत लेते है। जिसके बाद उन्होंने अस्पताल में 3 हजार रुपए रिश्वत लेते सरकारी लैब टैक्नीशियन का स्टिंग करवा कर पकड़ा है। सिविल सर्जन ने पुलिस को सूचित कर हेल्थ डायरेक्टर को भी पत्र भेज दिया है।
सिविल सर्जन जसबीर सिंह ओलख ने बताया कि लुधियाना निवासी एक व्यक्ति ने लिखित शिकायत दी थी कि उसने अपना असला लाइसेंस बनवाने के लिए सरकारी अस्पताल में तैनात एक लैब टैक्निशियन को डोप टेस्ट करवाने की अर्जी दी थी। इस दौरान उस व्यक्ति ने टेक्नीशियन को यह भी बताया था कि वः शराब का सेवन कर लेता है। डोप टेस्ट की रिपोर्ट व्यक्ति के हक़ मे करने के लिए टेक्नीशियन ने उससे 3000 रूपये मांगे।
जिसके बाद सिविल सर्जन ने एक टीम का गठन किया। टीम के सदस्यों ने शिकायतकर्ता को लैब टैक्निशियन को 3 हजार रुपए देने का प्लान बनाया। पैसे देने से पहले टीम ने सभी नोटों की फोटो स्टेट करवा ली। जिसके बाद टीम ने लैब टैक्निशियन को पैसे लेते रंगे हाथ मौके पर ही दबोच लिया। टीम ने पूरे मामले की रिपोर्ट सेहत विभाग के दफ्तर में सौंप दी।
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