द्वारकाः गुजरात के द्वारका में भारी बारिश में एक जर्जकर मकान ढह गया। दुर्घटना के समय घर में कुल 6 लोग मौजूद थे। सूचना मिलते ही राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की टीम मौके पर पहुंची और बचाव अभियान में जुट गई। रेस्क्यू अभियान में 3 लोगों को बचाया जा सका जबकि 3 लोगों की मौत हो गई। वहीं, घर के मलबे को हटाने के लिए जेसीबी की मदद ली गई। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने गुजरात में अगले दो दिनों तक अत्यधिक भारी बारिश जारी रहने की संभावना जताई है।
आईएमडी ने लिखा, ‘अगले 2 दिनों के दौरान गुजरात राज्य, कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र में अलग-अलग स्थानों पर अत्यधिक भारी बारिश जारी रहने की संभावना है और उसके बाद भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है।’ पिछले कई दिनों से गुजरात में भारी बारिश हो रही है, जिसके वजह से कई इलाकों में जलभराव की समस्या देखी जा रही है। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें बचाव अभियान के लिए तैनात हैं। वहीं, पोरबंदर जिले में भारी बारिश के कारण कई इलाकों में जलभराव की खबर है। पोरबंदर के जिला कलेक्टर केडी लखानी ने कहा कि जिलों में लगातार बारिश के कारण कोई हताहत नहीं हुआ है। इस बीच, सोमवार को सूरत, सौराष्ट्र और देवभूमि द्वारका भारी बारिश से लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।
भारी बारिश के कारण शहर के कई इलाकों में सड़कों पर भीषण जलभराव हो गया। सड़कों पर जलभराव की वजह से कई जगहों पर लोग जूझते हुए दिखे। वहीं, देवभूमि द्वारका जिले में फंसे तीन लोगों को बचाने के लिए भारतीय वायुसेना का हेलीकॉप्टर तैनात करना पड़ा। ‘स्टेट इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर (एसईओसी)’ की ओर से कहा गया कि देवभूमि द्वारका जिले के कल्याणपुर तालुका में शाम 6 बजे तक 12 घंटे की अवधि में 281 मिलीमीटर बारिश हुई। देवभूमि द्वारका के जिलाधिकारी जीटी पांड्या ने कहा, ‘बाढ़ के कारण कल्याणपुर के केशवपुरा और टंकरिया गांव में फंसे 8 लोगों को क्षेत्र में तैनात राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की टीम ने बचाया, जबकि पनेली गांव में तीन अन्य लोग ऐसी जगह फंसे हुए थे कि एनडीआरएफ की टीम उन तक नहीं पहुंच सकी।’