इस्लामाबादः पाकिस्तान में पिछले 4 दिनों में बारिश से संबंधित घटनाओं में अब तक 50 लोगों की मौत हो गई। पाकिस्तान की डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी (PDMA) का कहना है कि 32 लोग गंभीर रूप से घायल हैं। इससे दक्षिण-पश्चिमी इलाकों, यानी बलूचिस्तान और खैबर पखतूनख्वा में इमरजेंसी घोषित की गई है। लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया जा रहा है। अस्पतालों में लोगों के रहने की व्यवस्था की जा रही है। PDMA ने लोगों को घर से न निकलने की एडवाइजरी जारी की है। बाढ़ प्रभावित इलाकों में लोगों को राहत सामग्री पहुंचाई जा रही है । आवाजाही के लिए सड़कों को सुधारा जा रहा हैं।
पाकिस्तान के मौसम विभाग ने 22 अप्रैल तक पूरे देश में भारी बारिश, ओलावृष्टि का अलर्ट जारी किया है। दक्षिणी प्रांतों के लिए एडवाइजरी जारी की गई है। तूफान बलूचिस्तान में भारी तबाही मचा सकता है। खैबर पखतूनख्वा के चित्राल, दार, स्वात, अबोटाबाद में ज्यादा नुकसान पहुंच सकता है। इसके अलावा पाकिस्तान के कई और प्रांतों के लिए बाढ़ की चेतावनी भी जारी की गई है।मध्य पंजाब प्रांत में आसमानी बिजली गिरने से सात बच्चों समेत कम से कम 21 लोगों की मौत हो गई। अन्य 21 लोग उत्तर-पश्चिमी प्रांत खैबर पख्तूनख्वा में मारे गए। बलूचिस्तान के दक्षिणी प्रांत में कम से कम आठ लोगों की मौत हुई है। बारिश से संबंधित घटनाओं में कुल मरने वालों की संख्या 50 हो गई है।
खराब मौसम के कारण पंजाब में गेहूं की फसल की कटाई बंद हो गई है। ऐसी उम्मीद है कि वीरवार से शुरू होने वाली बारिश के दौर से न केवल कटाई में और देरी होगी, फसल को भी नुकसान होगा। जुलाई और सितंबर के बीच मानसून के मौसम के बाहर दुनिया में सबसे अधिक आबादी वाले दक्षिण एशियाई क्षेत्र में भारी बारिश, तूफान और बाढ़ असामान्य है। गौरतलब है कि साल 2022 में पाकिस्तान में विनाशकारी बाढ़ और उसके बाद बीमारियों के फैलने से 2,000 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी। देश का एक तिहाई हिस्सा जलमग्न हो गया था, जिससे 3.3 करोड़ लोग प्रभावित हुए थे।
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