चंडीगढ़ः अंतरराष्ट्रीय खालिस्तान विरोधी आतंकवादी मोर्चा के अध्यक्ष गुरसिमरन सिंह मंड ने सुप्रीम कोर्ट में एक अहम याचिका दायर की है। इस याचिका में उन्होंने पाकिस्तानी डॉन शहजाद भाटी को आतंकवादी घोषित करने और उसके खिलाफ यूएपीए (Unlawful Activities Prevention Act) के तहत मामला दर्ज करने की मांग की है।





याचिकाकर्ता का आरोप है कि शहजाद भाटी पंजाब में लगातार ग्रेनेड हमलों को अंजाम देकर राज्य की कानून-व्यवस्था को कमजोर करने की साजिश कर रहा है। मंड ने कहा कि पंजाब को अस्थिर करने के लिए भट्टी जैसे विदेशी अपराधियों को भारत में सक्रिय आतंकी नेटवर्क का समर्थन प्राप्त है, जिसे रोकना बेहद जरूरी है।
इस मामले में उन्होंने केंद्र सरकार और पंजाब सरकार दोनों को पक्षकार बनाया गया है। याचिका में मांग की गई है कि राज्य में शांति भंग करने की कोशिशों को गंभीरता से लिया जाए और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिहाज से त्वरित कार्रवाई की जाए। इस महत्वपूर्ण मामले की पैरवी पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट के वरिष्ठ वकील गौरव अरोड़ा करेंगे। अरोड़ा ने कहा कि देश की एकता और अखंडता से खिलवाड़ करने वाले किसी भी तत्व को बख्शा नहीं जाना चाहिए, चाहे वह देश के अंदर हो या बाहर।
गौरतलब है कि हाल के महीनों में पंजाब में ग्रेनेड हमलों की घटनाएं बढ़ी हैं। पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों की जांच में कई मामलों में पाकिस्तानी एजेंसियों की संलिप्तता सामने आई है। इन घटनाओं से न केवल आम जनता में भय का माहौल पैदा हुआ है, बल्कि इससे राज्य की शांति व्यवस्था भी प्रभावित हुई है। इस याचिका के माध्यम से अब न्यायालय के हस्तक्षेप की उम्मीद की जा रही है।

