अमृतसरः शिरोमणि अकाली दल को उपचुनाव से पहले बड़ा झटका लगा है। विधानसभा हलका गिद्दड़बाहा से शिरोमणि अकाली दल के सीनीयर नेता ओर सुखबीर सिहं बादल के करीबी नेता व गिद्दड़बाहा से हलका इंचार्ज हरदीप सिंह डिंपी ढिल्लों ने पार्टी से अलिवदा कह दिया है।
पार्टी से नाराज़ चल रहे हलका इंचार्ज हरदीप सिंह डिंपी ढिल्लों ने पार्टी छोड़ने का एलान कर दिया है। पार्टी छोड़ने की घोषणा डिंपी ढिल्लों ने रविवार को अपने निवास स्थान पर समर्थकों के एक भारी इकट्ठ को संबोधित करते हुए की। इस दौरान डिंपी ढिल्लों ने कहा कि बादल परिवार इकट्ठा हो गया है, जिसके चलते उसको साइड कर दिया गया है।
हरदीप सिंह डिंपी ढिल्लों ने एक वीडियो के माध्यम से पार्टी से इस्तीफा देने के कारणों के स्पष्ट किया। इस दौरान ढिल्लों भावुक होते हुए कहा कि मैंने अपनी तरफ शिरोमणी अकाली दल ही कई साल सेवा की है, मैने इसमें कोई कसर नहीं छोड़ी।
उन्होंने बताया कि कुछ दिनों से मनप्रीत बादल हलके में लोगों से संपर्क साध रहे थे ओर कर रहे थे कि सुखबीर बादल और उनका रिश्ता बहुत बढ़िया है। उनमें किसी तरह की खटास नहीं है। मैंने यह बात सुखबीर बादल को बताई कि मनप्रीत भाजपा के प्रचार नहीं कर रहे, आपके और अपने रिश्ते की दोहाई देते फिर रहे हैं। आप इस पर कोई कटाक्ष करें नहीं तो हलके के लोग भ्रमित होंगे। इसपर सुखबीर बादल ने कुछ नहीं कहा ओर न ही उम्मीदवार की घोषणा को लेकर कोई सीधी बात की। हालांकि इससे पहल हरसिमरत कौर बादल ने कहा था कि सुखबीर जी गिद्दड़बाहा से चुनाव लड़ेंगे, लेकिन अगले ही दिन सुखबीर ने चुनाव लड़ने से इन्कार कर दिया था।
उन्होंने कहा कि मैंने पार्टी 1989 में ज्वाइन की थी। कई कठिनाइयां के बाद भी पार्टी नहीं छोड़ी। 2010 में जब मनप्रीत बादल ने अलग पार्टी बना ली थी तब भी उन्होंने सुखबीर बादल का साथ नहीं छोड़ा। लेकिन अब सुखबीर के साथ 37 साल पुरानी दोस्ती टूटने का समय आ गया था, क्योंकि सुखबीर भाई मोह में पूरी तरह से फंस गए हैं। इसी कारण मजबूरन उसे पार्टी से इस्तीफा देना पड़ा है।
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