ग्रामीण क्षेत्रों को मिलाकर नगर निगम बनाया तो सडक़ों पर होगा प्रदर्शन: भाजपा

ग्रामीण क्षेत्रों को मिलाकर नगर निगम बनाया तो सडक़ों पर होगा प्रदर्शन: भाजपा ग्रामीण क्षेत्रों को मिलाकर नगर निगम बनाया तो सडक़ों पर होगा प्रदर्शन: भाजपा

नगर परिषद के पार्षदों व ग्रामीणों ने बीबीएन को निगम बनाने के प्रस्ताव का किया विरोध

वर्तमान नगर परिषद दायरा बढ़ाकर बददी शहर का ही बनाएं नगर निगम-गुरमेल

उद्योगों व बिल्डरों को लाभ पहुंचाने को बिना चर्चा के ही निगम थोपना चाहती है सरकार

बददीसचिन बैंसल: दून विधानसभा के ग्रामीण क्षेत्रों को प्रस्तावित नगर निगम बददी में शामिल करने के प्रस्ताव को लेकर क्षेत्र में रोष पनपने लगा है। बद्दी नगर परिषद के पार्षदों, पूर्व पार्षदों सहित ग्रामीणों व भाजपा नेताओं ने कांग्रेस सरकार को चेताया है कि बिना किसी चर्चा और क्षेत्र के लोगों की रॉय के बिना नगर निगम थोपा जाता है तो लोग सडक़ों पर  उतर कर इसका जोरदार विरोध करेंगे। यह बात पूर्व नगर परिषद उपाध्यक्ष व पार्षद मान सिंह मेहता, पूर्व राज्य कार्यकारिणी सदस्य भाजपा कैप्टन डीआर चंदेल, जिला सचिव भाजपा गुरमेल चौधरी व जिला महामंत्री संजीव ठाकुर ने पत्रकारों से बातचीत में कही।

उन्होंने कहा कि क्षेत्र के लोग अभी ग्रामीण माहौल में ही रहना चाहते हैं। राज्य सरकार उद्यमियों व बिल्डरों को लाभ देने के मकसद से क्षेत्र को निगम बनाना चाहती है, जिससे क्षेत्र के आम लोगों की परेशानियां चार गुना बढ़ जाएंगे। ऐसा बद्दी क्षेत्र में बिल्कुल होने नहीं दिया जाएगा। गुरमेल चौधरी ने कहा वर्तमान नगर परिषद बददी का 2 -3 किलोमीटर एरिया बढाकर नगर निगम बनाया जा सकता है लेकिन ग्रामीण एरिया को इससे दूर ही रखा जाए तो बेहतर होगा। गुरमेल चौधरी ने कहा कि भाजपा सरकार के कार्यकाल में भी निगम बनाने का प्रयास किया गया था और उस समय मौजूदा विधायक रामकुमार ने इसका जमकर विरोध किया था और अब उनकी सरकार में ऐसा होने जा रहा है।

ऐसा शडयंत्र दून विधानसभा के बद्दी क्षेत्र में नहीं चलेगा। गुरमेल ने कहा कि लोगों के विरोध के बाद भाजपा सरकार ने इस फैसले को वापस ले लिया था और बद्दी को नगर परिषद ही रखा था, लेकिन अब कांग्रेस सरकार बिना नगर परिषद के पार्षदों से चर्चा किए ही इसे निगम बनाने के प्रयास में लगी है। ऐसा हुआ तो समस्त क्षेत्र के लोग धरना व रोष प्रदर्शन करेंगे। भाजपा जिला महामंत्री संजीव ठाकुर ने कहा कि कोटियां से सनेहड़ तक निगम का दायरा बनाने की बातें की जा रही हैं।

इसके तहत क्षेत्र की करीब 15 पंचायतों को मर्ज करने की योजना चल रही है, जबकि क्षेत्र की एक भी पंचायत नगर निगम में शामिल नहीं होना चाहती। निगम में पंचायतें शामिल होने से लोगों की परेशानियां चार गुना बढ़ जाएंगी। लोग अपने पंचायतों में शहरीकरण के पक्ष में बिल्कुल भी नहीं हैं। निगम में शामिल होने से उन्हें हाउस टैक्स देना होगा। पानी के महंगे दाम, सफाई का टैक्स, कई तरह की एनओसी की परेशानियां से जूझना पड़ेगा।

भाजपा दून मंडल के अध्यक्ष व पार्षद नगर परिषद मान सिंह ने कहा कि नगर परिषद में 2011 के बाद जनगणना नहीं हुई है, लेकिन नगर परिषद के नौ वार्डों में रहने वाले लोगों की संख्या निगम के लिए पर्याप्त है। सरकार अगर चाहती है तो वह मौजूदा नगर परिषद क्षेत्र बददी को ही निगम में मर्ज कर सकती है, लेकिन पंचायत क्षेत्रों के लोग निगम के विरोध में हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार को बद्दी नालागढ़ क्षेत्र को मर्ज कर निगम बनाने का प्रस्ताव गलत है।

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