मोहालीः पंजाबी लोक संगीत जगत के प्रसिद्ध अंतरराष्ट्रीय अलगोजा वादक का 67 वर्षीय की आयु में करमजीत सिंह बग्गा का दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। बग्गा खरड़ में रहते थे और उनके निधन की खबर मिलते ही पूरे संगीत जगत में शोक की लहर दौड़ गई। जानकारी के अनुसार, बग्गा सुबह अपने घर पर थे, तभी उन्हें अचानक सीने में दर्द महसूस हुआ। परिवार के सदस्य उसे मोहाली अस्पताल ले गए जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

करमजीत बग्गा को छोटी सी उम्र से ही संगीत का शौक था। उन्होंने पंजाबी लोक वाद्य यंत्र अलगोज़ा को न सिर्फ़ पंजाब में, बल्कि दुनिया के कई देशों के मंचों पर भी पहुंचाया। वह तीन दिन पहले ही कनाडा से भारत आए थे। कनाडा के बच्चे दोनों कनाडा में हैं। ऐसे में उनके लौटने के बाद अंतिम संस्कार किया जाएगा। करमजीत बग्गा स्टेट अवॉर्डी थे। वह डायरेक्टर हेल्थ के तौर पर रिटायर हुए थे।
अपने कलात्मक जीवनकाल के दौरान, उन्होंने पंजाब के कई प्रसिद्ध गायकों और गायिकाओं के साथ अलगोजा वादन में संगत दी थी। इनमें लोकप्रिय गायिका गुरमीत बावा, गायक जसबीर जस्सी, गायिका भूपिंदर कौर मोहाली और गायक भूपिंदर बब्बल के नाम प्रमुख हैं। उनके असामयिक निधन से पंजाबी लोक संगीत, विशेषकर अलगोजा की अनूठी कला को एक अपूरणीय क्षति हुई है।संगीत जगत और उनके प्रशंसकों ने उनके अचानक निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है।
