मलेरकोटलाः नगर कौंसिल मालेरकोटला फायर ब्रिगेड में एसएफओ के पद पर तैनात दमकल विभाग के अधिकारी को विजीलैंस ब्यूरो संगरूर की टीम ने 12,500 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। मिली जानकारी के मुताबिक विजिलेंस ब्यूरो पटियाला के सीनियर अधिकारी जगतप्रीत सिंह के दिशा निर्देश पर डीएसपी विजिलेंस ब्यूरों संगरूर के परमिंदर सिंह की अगुवाई में विजिलेंस की टीम ने दमकल विभाग के एक अधिकारी को गिरफ्तार किया है। विजिलेंस की टीम ने लवली पुत्र प्रीतम सिंह निवासी कातरों रोड, शेखपुर के पास से 12,500 रुपए की रिश्वत लेते दमकल विभाग मलेरकोटला के एसएफओ राणा नरिंदर सिंह को सरकारी गवाह सतिंदरपाल सिंह, उप मंडल इंजिनियरल जल सप्लाई मलेरकोटला की मौजूदगी में रंगे हाथों काबू किया है। विजिलेंस की टीम ने उक्त व्यक्ति के खिलाफ 7 पीसी एक्ट 1988 एज अमैडिड बाई पीसी (अमैडट) एक्ट 2018 थाना विजिलेंस ब्यूरो पटियाला में मुकद्दमा नंबर 20 दर्ज किया है।
विजिलेंस ब्यूरो से मिली जानकारी के अनुसार लवली पुत्र प्रीतम सिंह निवासी शेरपुर जो सरकारी नौकरी की तालाश कर रहा था। उसे उसके पड़ोसी करनैल सिंह पुत्र साधु सिंह निवासी शेखपुर ने दमकल विभाग राणा नरिंदर सिंह एसएफओ मालेरकोटला से मुलाकात करवाई। उन्होंने कहा कि उन्हें दमकल विभाग में नौकरी करनी है और लवली सिंह को दमकल विभाग में भर्ती करवा दिया जाएगा। लवली सिंह के अनुसार राणा नरिंदर सिंह एसएफओ उन्होंने कथित तौर पर दमकल विभाग की नियुक्ति के लिए उनसे साढ़े 4 लाख रुपये की रिश्वत मांगी, लेकिन सौदा साढ़े 3 लाख रुपये में तय हुआ। लवली सिंह ने कहा कि राणा नरिंदर सिंह एसएफओ आधी रकम काम होने से पहले और आधी रकम काम होने के बाद देने को कहा, लेकिन उसने 25 जुलाई 2022 को रंधावा इंटरनेट सर्विस शेरपुर से गूगल पे के माध्यम से राणा नरेंद्र सिंह के खाते में 50 हजार रुपये का भुगतान कर दिया।
करीब 10-15 दिनों के बाद वह अपने पिता और पड़ोसी करनैल सिंह के साथ अपने परिचित परमजीत सिंह पुत्र हरि सिंह निवासी महमूदपुर के साथ राणा नरिंदर सिंह के कार्यालय में गए और एक लाख रुपये और दिए। फिर पांच सात दिन बाद उसने करनैल सिंह को राणा नरिंदर सिंह को देने के लिए 20 हजार रुपये दिए। इसके बाद वह उससे नौकरी को लेकर लगातार टालता रहा। अब जब उसने दोबारा उससे नौकरी के बारे में बात की तो उसने बताया कि पेपर 9 जुलाई 2023 को होना है, लेकिन पेपर से पहले पुलिस वेरिफिकेशन कराना होगा। जिसके लिए साढ़े 12 हजार रुपये और देने होंगे, ताकि पेपर करवाया जा सके। लवली सिंह के मुताबिक 3 जुलाई 2023 को राणा नरिंदर सिंह ने आज 12500 रुपये देने के लिए फोन कर बुलाया था। विजिलेंस ब्यूरो के मुताबिक राणा नरिंदर सिंह एसएफओ उन्होंने पहले अपनी भर्ती के बदले लवली सिंह से 1 लाख 70 हजार रुपये की रिश्वत ली थी और आज उन्हें 12500 रुपये की रिश्वत लेते हुए सरकारी गवाहों की मौजूदगी में रंगे हाथों पकड़ा गया है। इस दौरान विजिलेंस ब्यूरो की टीम में एएसआई कृष्ण, मुख्य सिपाही गुरदीप सिंह, अमनदीप सिंह, गुरप्रीत सिंह, गुरजीवन सिंह, गुरजिंदर कौर (सभी वरिष्ठ सिपाही), सिपाही रशपिंदर सिंह और स्टेनो टाइपिस्ट जगदीप सिंह शामिल थे।
