ऊना /सुशील पंडित: हिमाचल प्रदेश स्टेट विजिलेंस और एंटी करप्शन ब्यूरो ऊना ने जिला श्रम अधिकारी रणबीर सिंह को 10 हजार रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया। यह कार्रवाई लेबर ठेकेदार की शिकायत पर की गई।शिकायतकर्ता रजत कुमार निवासी जाडला कोइडी तहसील घनारी जिला ऊना टाहलीवाल औद्योगिक क्षेत्र में लेबर ठेकेदार है। रजत कुमार ने विजिलेंस को दी अपनी शिकायत में बताया कि उसका लेबर लाइसेंस रिन्यू करने की एवज में जिला श्रम अधिकारी ऊना रणबीर सिंह निवासी विझडी जिला हमीरपुर ने उससे 10 हजार रुपये की रिश्वत मांगी है। जिस की शिकायत रजत कुमार ने स्टेट विजिलेंस और एंटी करप्शन ब्यूरो ऊना को दी।
शिकायत के आधार पर विजिलेंस ने जाल बिछाया और तय योजना के अनुसार शिकायतकर्ता को श्रम अधिकारी के पास रकम लेकर भेजा।श्रम अधिकारी ने रिश्वत की रकम जव अपने हाथ में ली, तो तुरंत विजिलेंस टीम हरकत में आई और श्रम अधिकारी को रंगे हाथों पकड़ लिया। यह कार्रवाई जिला श्रम अधिकारी के कार्यालय में हुई।
श्रम अधिकारी रणबीर सिंह के खिलाफ पहले भी एक भ्रष्टाचार का मामला दर्ज है। बर्ष 2022 को एक मामले के तहत उन पर 26 हजार रुपये की रिश्वत लेने का आरोप है। वह यह रिश्वत हिमाचल प्रदेश दुकानों और वाणिज्यिक प्रतिष्ठान अधिनियम, 1969 के तहत रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट जारी करने के बदले ले रहा था।
डीएसपी विजिलेंस एवं एंटी करप्शन ब्यूरो फिरोज खान ने बताया कि आरोपी से पूछताछ जारी है और साथ ही उसके बैंक खातों और अन्य ठिकानों की भी जांच की जाएगी। विजिलेंस यह भी पता लगा रही है कि क्या आरोपी ने अन्य व्यक्तियों से भी अवैध रूप से धन अर्जित किया है।