अमृतसरः दीवाली पर बाजारों में मिठाइयों की बढ़ी मांग को देखते स्वास्थ्य विभाग की फूड सेफ्टी विंग ने बड़ी कार्रवाई की। विभाग ने गुप्त सूचना पर अमृतसर के राजासांसी इलाके के गांव टपिआला में छापेमारी की गई, जिसमें नकली खोआ बनाने का रैकेट बेनकाब हुआ। इस दौरान 165 किलोग्राम नकली खोआ, 7 क्विंटल मिल्क पाउडर और 100 लीटर से अधिक वनस्पति घी बरामद कर नष्ट कर दिए गए। फूड सेफ्टी विंग के असिस्टेंट कमिश्नर रजिंदर पाल सिंह ने बताया कि विभाग को विशेष इनपुट मिला था कि गांव तपिआला में एक व्यक्ति नकली खोआ बनाकर बाजार में सप्लाई करता है।
पुलिस स्टेशन लोपोके की मदद से छापेमारी की गई, जिसमें छिंदर सिंह उर्फ शिंदी के घर से बड़ी मात्रा में नकली खोआ और कच्चा माल मिला। मौके पर पाया गया खोआ गुणवत्ता-रहित और अस्वास्थ्यकर हालत में था। जिसे तुरंत नष्ट कर दिया गया। रजिंदर पाल सिंह ने बताया कि खोआ के साथ-साथ मिल्क पाउडर के 29 बोरे (प्रत्येक 25 किलो के) और वनस्पति घी के 11 टिन भी बरामद किए गए।
यह सारा माल जब्त कर लिया गया है और सैंपल खड़ड़ लैबोरेट्री को जांच के लिए भेजे गए हैं। लैब रिपोर्ट आने के बाद उचित कानूनी कार्रवाई छिंदर सिंह के खिलाफ की जाएगी। विभाग ने इस कार्रवाई के दौरान अन्य तीन सैंपल भी एकत्र किए हैं। जिनमें रोस्टेड बर्फी और सिल्वरलीफ (वर्क) शामिल हैं। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार कई बार मिठाई पर इस्तेमाल की जाने वाली चांदी की पत्री नकली होती है, जिसमें खतरनाक धातुओं की मिलावट पाई जाती है। इसलिए ये सभी सैंपल भी लैब में भेजे गए हैं।