लुधियानाः पंचायती चुनाव के दौरान गांव भामिया कला से अजीब मामला सामने आया है। जहां आज सुबह वोटिंग से पहले चुनाव चिन्ह बदल जाने को लेकर उम्मीदवार में रोष पाया गया। उम्मीदवार का कहना है वह अपने वोटर के साथ सुबह 8 बजे से चुनाव चिन्ह बदल जाने को लेकर रोष में एसडीएम साहिब के दफ्तर पर उनका इंतजार कर रहे थे, लेकिन काफी समय तक उनके ना आने के बाद उम्मीदवार के समर्थन में आए वोटर वापिस काम पर लौट गए। जिसको लेकर उम्मीदवार में रोष पाया जा रहा है।
वहीं उम्मीदवार का कहना हैकि कुलदीप सिंह केपी के चुनाव चिन्ह बाल्टी को लेकर एसडीएम ने आदेश जारी किया कि अगर बाल्टी चुनाव चिन्ह का उम्मीदवार जीतता है तो उसे जेतू करार दिया जाएंगा। वहीं उम्मीदवार ने कहा कि उसका चुनाव चिन्ह मटका है। ऐसे में मटका चुनाव चिन्ह दूसरे व्यक्ति को दे दिया गया है, अगर मटका चुनाव चिन्ह वाला जीतता है तो उसे जेतू करार कर दिया जाएगा। व्यक्ति ने कहा कि लेकिन यह कहीं लिखकर नहीं दिया गया, जिसको लेकर व्यक्ति द्वारा रोष पाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सुबह 8 बजे से वोटर एसडीएम साहिब का इंतजार करके वापिस फैक्ट्रियों में काम पर चले गए। उम्मीदवार ने कहा कि इस चुनाव चिन्ह बदलने से उन्हें काफी नुकसान हुआ है।
वहीं इस मामले को लेकर बाल्टी चुनाव चिन्ह के उम्मीदवार का कहना है कि अधिकारियों की गलती के कारण चुनाव चिन्ह बदले गए है। उम्मीदवार ने कहा कि अधिकारियों ने उनसे बाल्टी चुनाव चिन्ह पर हस्ताक्षर करवाए थे, लेकिन अब पेपर छपकर मटके के आ गए। उम्मीदवार ने कहा कि कुलदीप सिंह को अब बाल्टी चुनाव चिन्ह दे दिया गया और उन्हें चुनाव चिन्ह मटका दे दिया गया।
उम्मीदवार ने कहा कि इससे उनके वोटरों में काफी रोष पाया जा रहा है। उम्मीदवार ने कहा कि चुनाव चिन्ह बदलने से उन्हें काफी नुकसान हो सकता है। लेकिन चुनाव चिन्ह को लेकर अभी तक दोनों में किसी उम्मीदवार ने लिखित शिकायत नहीं दी है। उम्मीदवार की प्रशासन से मांग है कि स्टाफ की गलती के कारण उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।