Health-Tips: तेजी से बदलती जीवनशैली और असंतुलित खानपान के कारण आजकल गठिया (Arthritis) की समस्या तेजी से बढ़ रही है। पहले जहां यह बीमारी उम्रदराज़ लोगों में पाई जाती थी, अब युवा भी इसकी चपेट में आ रहे हैं। गठिया के मरीजों को जोड़ों में सूजन, दर्द, अकड़न और चलने-फिरने में परेशानी का सामना करना पड़ता है।
विशेषज्ञों के अनुसार, शरीर में यूरिक एसिड की अधिकता इस बीमारी की प्रमुख वजह बनती है। यूरिक एसिड जब जोड़ों में जमने लगता है तो क्रिस्टल बनाता है, जिससे तेज दर्द, सूजन और लालिमा की समस्या हो सकती है। ऐसे में गठिया के मरीजों को कुछ खास चीजों से परहेज करना बेहद जरूरी होता है।
यहां हम आपको बता रहे हैं 5 ऐसी चीजों के बारे में, जिनका सेवन गठिया के मरीजों को भूलकर भी नहीं करना चाहिए:
1. रेड मीट और ऑर्गन मीट
रेड मीट जैसे मटन और बीफ में प्यूरीन की मात्रा अधिक होती है, जो शरीर में यूरिक एसिड को बढ़ा सकता है। यही वजह है कि गठिया के मरीजों को इसका सेवन या तो पूरी तरह बंद कर देना चाहिए या बहुत सीमित मात्रा में करना चाहिए।
2. शुगरी ड्रिंक्स और सोडा
कोल्ड ड्रिंक्स, पैकेज्ड जूस और फ्लेवर्ड सोडा जैसे शुगरी ड्रिंक्स में फ्रुक्टोज और शक्कर की मात्रा काफी ज्यादा होती है। ये ड्रिंक्स सीधे यूरिक एसिड के स्तर को बढ़ाते हैं और गठिया के दर्द को और गंभीर बना सकते हैं।
3. प्रोसेस्ड और जंक फूड
चिप्स, नमकीन, फ्रोजन मील, बिस्किट्स और इंस्टेंट स्नैक्स जैसे प्रोसेस्ड फूड्स में ट्रांस फैट और प्रिज़रवेटिव्स होते हैं, जो शरीर में सूजन को बढ़ाते हैं। इनका सेवन गठिया से पीड़ित मरीजों के लिए हानिकारक साबित हो सकता है।
4. रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट्स
सफेद ब्रेड, केक, कुकीज, सफेद चावल जैसे रिफाइंड कार्ब्स ना तो पोषण देते हैं और ना ही गठिया के मरीजों के लिए सुरक्षित हैं। ये शरीर में ब्लड शुगर लेवल को असंतुलित कर यूरिक एसिड के स्तर को बढ़ा सकते हैं।
5. कुछ मछलियां और शेलफिश
गठिया के मरीजों को सार्डीन, टूना, मैकेरल और शेलफिश जैसी मछलियों से भी परहेज करना चाहिए। इनमें प्यूरीन की मात्रा अधिक होती है, जो यूरिक एसिड को बढ़ा सकती है और दर्द को और भयानक बना सकती है।