लुधियानाः पंजाबी सिंगर राजवीर जवंदा को लुधियाना स्थित उनके पैतृक गांव पौना में अंतिम विदाई दे दी गई है। गांव के सरकारी स्कूल के पास वाले ग्राउंड में ही उन्हें बेटे दिलावर ने जवंदा को मुखाग्नि दी। सिंगर को अंतिम विदाई देने के लिए गांव में फैंस की भारी भीड़ जुटी रही। बताया जा रहा है कि संस्कार वाली जगह पर उनकी यादगार भी बनाई जा सकती है। इसी जगह पर पहली बार राजवीर जवंदा ने मंच पर गाना गाया था। 11 दिन मोहाली के अस्पताल में जिंदगी की जंग लड़ने के बाद जवंदा की फोर्टिस अस्पताल में मौत हो गई थी।
जवंदा के पैतृक घर में अंतिम दर्शन के लिए CM भगवंत मान सहित रिश्तेदार व पंजाबी म्यूजिक इंडस्ट्री की सेलिब्रिटीज के साथ भारी गिनती में उनके फैंस संस्कार वाली जगह पहुंचे। हरभजन मान, सतिंदर सरताज, बाबू मान, आर. नेत, करमजीत अनमोल, रेशम अनमोल, जसवीर जसी, कविंदर ग्रेवाल, एमी विर्क, कुलविंदर बिल्ला समेत कई कलाकार पहुंचे हैं। राजवीर के निधन पर पंजाब ही नहीं देश-विदेश में उनके प्रशंसकों की आंखें नम हैं। निधन के बाद उनकी डेड बॉडी पहले मोहाली में उनके सेक्टर 71 स्थित घर में ले जाई गई, जहां मां, पत्नी और बच्चों ने उनके अंतिम दर्शन किए। इसके बाद मोहाली के फेज-6 स्थित सरकारी अस्पताल में पोस्टमॉर्टम कराया गया।
अंतिम संस्कार पर पहुंचे रेशम सिंह अनमोल ने बताया कि उन्होंने विदेशों के डॉक्टरों तक सलाह ली थी कि शायद उन्हें बचाया जा सके। पंजाबी इंडस्ट्री के सभी सितारों ने इसमें सहयोग दिया था, लेकिन ब्रेन में मूवमेंट न होने के चलते उन्हें बचाया नहीं जा सका। उन्होंने हादसे को लेकर गहरा दुख जताया और आवारा पशुओं से हो रहे हादसों को लेकर भी कोई हल निकालने के लिए कहा।

