जालंधर, ENS: देहात के थाना फिल्लौर के पूर्व एसएचओ भूषण कुमार लगातार विवादों में घिरते हुए दिखाई दे रहे है। दरअसल, रेप केस मामले में विवादों में घिरे भूषण कुमार ने हाल ही में मीडिया के सामने आकर चौंकाने वाले खुलासे किए थे। जिसमें उन्होंने अपने ऊपर लगे आरोपों को बेबुनियाद बताया था। भूषण कुमार ने कहा कि उन्होंने 1988 से अब तक साफ छवि से नौकरी की है। किसी भी महिला द्वारा उन पर कोई आरोप नहीं लगाए गए। लेकिन अब इस मामले में एक और महिला ने भूषण पर प्रताड़ित करने के आरोप लगाए है। ऐसे में भूषण कुमार की मुश्किलें बढ़ती हुई दिखाई दे रही है। महिला द्वारा थाना प्रभारी की ऑडियो भी मीडिया को दी गई है।
वहीं एक वीडियो कॉल की भी स्क्रीन रिकॉर्डिंग सामने आई है, जिसमें थाना प्रभारी भूषण कुमार बिना कपड़ों के महिला को कॉल करता हुआ नजर आ रहा है। पीड़ित महिला ने बताया कि उन्होंने मीडिया में देखा कि भूषण कुमार द्वारा दूसरी लड़की को परेशान किया गया था। जब उसने हिम्मत दिखा कर मीडिया में अपनी बात बताई तो वह भी अपनी बेटी के साथ हुए उत्पीड़न को लेकर मीडिया में आना चाहिए। उन्होंने बताया कि 15 अगस्त को हमारे घर में कुछ मुलाजिम भेजे थे। जिन्होंने कहा कि तुम्हारे पति का नाम एक लिस्ट में आया है, इसके बाद उन्होंने थाना प्रभारी के साथ बात भी कराई।
थाना प्रभारी ने कहा कि थाने में आओ, जब हम थाने में गए तो वह हमारा नंबर मांग रहा था। जब मैं अपने पति का नंबर देकर आई तो वह बार-बार उस नंबर पर फोन करने लग गया। उसके बाद उसने फिर से जब थाने बुलाया, तो उसने मेरी बेटी से नंबर मांगा। बेटी ने मेरा नंबर दिया तो सुबह 7 बजे ही वह उसे कॉल करने लग गया। कॉल करके बेटी को काम पर जाने का टाइम पूछने लगा, फिर वह दिन में 20-20 बार कॉल करने लग गया और वीडियो कॉल भी करने लग गया था। महिला ने कहा कि हम लोग उसे इतना परेशान हो गए थे कि हम अपना घर छोड़कर दूसरे इलाके में चले गए थे।
महिला ने कहा कि फिर उसने थाना प्रभारी को झूठ बोला की बेटी अब इंडिया में नहीं है वह विदेश में चली गई है। इसके बाद थाना प्रभारी ने महिला को भी परेशान करना शुरू कर दिया। महिला का आरोप है कि थाना प्रभारी उसे कहने लगा कि तेरा नाम लिस्ट में आया है और हवालात में डालने की धमकी देने लगा। जब पंचायत ने साथ दिया तो वह घर आ गई। महिला ने बताया कि इसके बाद उन्होंने गढ़ा की रहने वाली लड़की की वीडियो देखी, जिसने थाना प्रभारी के खिलाफ हिम्मत दिखाई और अपनी आप बीती बताई। जिसे देखकर मुझे भी हिम्मत आई ताकि हम भी थाना प्रभारी के खिलाफ आगे जाकर आवाज उठा सके।
बता दें कि इससे पहले थाना प्रभारी भूषण कुमार ने अपना पक्ष रखते हुए बताया कि 1988 में बतौर सिपाही महकमे में भर्ती हुआ था। उसके चलते समय-समय पर अच्छा काम करने पर डिपार्टमेंट द्वारा मुझे तरक्की देकर इंस्पेक्टर बनाया गया। इसी के चलते 5 जून को थाना फिल्लौर में बतौर एसएचओ तैनात हुआ था। थाना प्रभारी ने कहा कि पीड़ित लड़की की मां चुन्नी देवी ने जो उन पर आरोप लगाए हैं, वह बिल्कुल बेबुनियाद है। उन्होंने कहा कि वह खुद जिम्मेवार अफसर है, उनकी 55 साल की उम्र है इतनी लंबी ड्यूटी करने पर आज तक किसी भी महिला ने उनके खिलाफ ऐसे आरोप नहीं लगाए हैं। उन्होंने कहा कि मेरा थाना पूरा हाई कोर्ट के कैमरे से लैस है।
24-08 की बात पीड़िता कर रही है उस दिन की रिकॉर्डिंग मानयोग हाई कोर्ट खुद चेक कर सकती है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग अपना गैंग बनाकर उसे लोग इंसाफ पार्टी का नाम देकर पीड़ित लोगों का साथ देखकर दूसरे पक्ष से पैसे ऐंठने का काम करते हैं। उन्होंने कहा कि यह सब जब वीडियो वायरल हुई तो उनके पारिवारिक सदस्य और बच्चों ने इस वीडियो को देखा और उन्होंने कहा कि हमें आप पर विश्वास है आप किसी बात को चिंता मत कीजिए। थाना प्रभारी ने कहा कि इसके बाद उनका छोटा बेटा खुद उनके साथ फिल्लौर आया और जरनैल सिंह के घर गया जहां पर उसने रिक्वेस्ट की कि उनके पिता बहुत जिम्मेदार अफसर है ऐसा करके उन्हें परेशान मत किया जाए। थाना प्रभारी ने आरोप लगाया कि जरनैल सिंह ने बात करने के लिए उन्हें एकांत जगह में बुलाया।
जहां पर उसके साथ उसके साथ ही राम जी और करनैल सिंह भी थे। जहां उन्होंने कहा कि तू एसएचओ लग रहा है तो तू कम से कम एक करोड़ रुपए दे दे। उन्होंने इतने पैसे देने से मना कर दिया। इसके बाद उनके द्वारा दूसरी महिला की एक ऑडियो वायरल कर दी गई उसमें जो उनके द्वारा अच्छे शब्द बेटा करके बोल गए थे वह ऑडियो से काटकर उसे वायरल कर दिया गया। वहीं थाना प्रभारी ने बताया कि उन्हें पाकिस्तान के नंबर से थ्रेट कॉल आई है। इस नंबर पर फोन करके व्यक्ति ने कहा कि वह शहजाद भट्टी बोल रहा है। उसने भी धमकी दी है। थाना प्रभारी ने आरोप लगाया कि लोक इंसाफ पार्टी के जरनेल सिंह के कांटेक्ट पाकिस्तान के डॉन के साथ भी है। जिनके द्वारा उन्हें धमकियां दिलवाई जा रही हैं।
